दुष्यंत कुमार ने जिस आग की बात की थी, वो सोम के सीने में जल रही है. लेकिन वो क्रांतिकारी से ज़्यादा यायावर हैं. इलाहाबाद से निकले तो कोटा पहुंचे. फिर इंजीनियर की जगह बन गए पत्रकार. ऑडनारी में काम कर चुके नर. और, करंट अफेयर्स पर बहस-मुबाहिसों के शौकीन. 'हासिल' देखी हुई है; नीत्चा पढ़ा हुआ है. बात-बात में फ़ैज़-ओ-फ़िराक़ को कोट कर देते हैं. एंटरमार कविताओं और कवियों को क़ानूनन लपेटने का नुस्ख़ा खोज रहे हैं.