दलित महिला ने इंटरकास्ट मैरिज की थी, ससुराल वालों पर प्राइवेट पार्ट में डंडा घुसाने का आरोप
यूपी के देवरिया का है मामला. 8 साल पहले दलित महिला ने ठाकुर समुदाय के लड़के से शादी की थी.
यूपी के देवरिया में शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. आपसी रंजिश के मामले में एक महिला पर कुछ लोगों ने पहले धारदार हथियार से हमला किया. महिला के प्राइवेट पार्ट में डंडे और रॉड से हमला किया गया. यही नहीं महिला के प्राइवेट पार्ट में डंडा घुसाया गया. यूपी के देवरिया की ये घटना 19 जुलाई की है. पीड़िता का इलाज किया जा रहा है. इस मामले में एक आरोपी के गिरफ्तार कर लिया गया है.
आजतक से जुड़े राम प्रताप की रिपोर्ट के मुताबिक घटना मदनपुर थानाक्षेत्र के बेरुआर घाट गांव का है. बताया जा रहा है कि दोनों ने घरवालों के खिलाफ जाकर शादी की थी. और तभी से लड़के के घरवाले पीड़िता को परेशान करते थे. पीड़िता के पति ने बताया कि,
19 जुलाई को घटना यह घटी. हम सो रहे थे रात को 8-9 लोग आए. जिनमें मेरे मामा, चाचा, भाई, पापा और बहन वगैरह सब थे. ये सब लोग मेरी पत्नी के हाथ पैर बांधकर मुह बांधकर किनारे ले गए. दूसरी साइड मुझे और मेरी बेटी का तकिये से मुंह दबाकर मारने की कोशिश कर रहे थे. फिर साथ ही रॉड, धारदार हथियार लेकर आए तो कैसे भी मैंने अपने आप को छुड़ाया और अपनी बेटी को लेकर वहां से भागा. और घर पर लाइट नहीं थी तो दूसरे के घर पर फोन चार्ज हो रहा था. मैं वहां गया उनके घर और उनसे मदद भी मांगी लेकिन उन्होंने कहा कि मैं बीच में नहीं पडूंगा. उसके बाद मैंने अपना फोन लिया. पुलिस और एंबुलेंस को फोन किया. पहले एंबुलेंस फिर पुलिस आई. उसके बाद हम लोग घर गए फिर मैंने देखा कि घर पर मेरी वाइफ बेहोश पड़ी थी. चाकू लगा हुआ था. उनके प्राइवेट पार्ट में बांस था कुछ लकड़ी जैसा भी. जिसकी फोटो पुलिस ने ली और हमने भी ली. गिरफ्तारी ना होने की मुख्य वजह है हमारे सगे चाचा. वो भाजपा किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष हैं. अनगिनत बार हमले हो चुके हैं लेकिन ना तो गिरफ्तारी होती है. और ना मुकदमा दर्ज होता है. उनकी वजह से प्रशासन पर दबाव है."
इन आरोपों पर पीड़ित के चाचा और बीजेपी की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं आया है. पीड़ित ने कहा,
मैं राजपूत बिरादरी से हूं. और मेरी वाइफ धोबी है. वो दिल्ली की रहने वाली हैं. और हमने शादी हरिद्वार में की थी. और गुड़गांव रहते थे. मेरे परिवार वाले शुरू से ही चाहते थे मैं दूसरी जाति की लड़की से शादी ना करूं. और वो हमेशा से ये चाहते थे कि मैं अपनी वाइफ को छोड़ दूं और उनके हिसाब से शादी कर लूं. यह काफी लंबे समय से चल रहा था. और ये लोग हर हाल से हमें अलग करना चाहते थे .
लगभग 6 से 7 महीने पहले हम गुड़गांव से गांव आए हैं और गुड़गांव में भी मेरे छोटे भाई ने मेरी पत्नी का रेप किया. और उसके बाद यहां पर काफी बार मारपीट भी की. मेरी पत्नी प्रेगनेंट थी. लेकिन मारपीट के कारण 5 महीने में उसका गर्भपात हो गया.
इस मामले में पीड़िता का भी बयान आया है. घटना के बाद अस्पताल में पीड़िता को होश आया तो उसने बताया,
पुलिस का क्या कहना है?"रात को हम लोग सो रहे थे क्योंकि हमारे घर में बिजली और पानी नहीं है तो हम छत पर सोते है. उस दिन 1 बजे हम सो गए थे. हम सब गहरी नींद में थे. करीब दो ढाई बजे रात को उस समय हमारे ससुरालवाले आए. मैं साइड में सो रही थी. हस्बैंड बीच में बेटी दीवार की ओर सो रही थी. ससुरालवाले मुझे उठा कर लेकर चले गए. मेरे मुंह पर कपड़ा बांधा. और मारपीट की. मेरे पति पर हमला किया गया. तकिये से उनका मुंह दबाया गया. उनको धारदार हथियार और रॉड से मारा गया. वह मौका देखकर बेटी को लेकर भाग गए थे. जब पति चले गए तो मेरा देवर कहने लगा जो भी करना है जल्दी करो वह भाग गया है. तो उसके बाद यह लोग पहले रस्सी से गला दबाने लगे. और फिर मेरे प्राइवेट पार्ट में रॉड डाला. उसे निकालने के बाद बास डाल दिया. कुछ डंडा टाइप भी डाला और फिर चूल्हे की राख मेरे ऊपर डाली. मैं जल गई. उसके बाद चाचा ने धारदार हथियार मारना शुरू किया. एक बार तो मैं बच गई. लेकिन दूसरी बार नहीं बच पाई. मुझे चोट लग गई. बाद में मैं बेहोश हो गई. मुझे मारने की वजह है कि मैं छोटी जाति की हूं. मैंने 8 साल पहले लव मैरिज की थी. पति राजपूत है. और मेरे ससुराल वाले विरोध करते रहे और मेरे देवर ने भी मेरा रेप किया थे. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है."
देवरिया के एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि पीड़िता और उसके पति ने अपने परिवार वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसमें उनके सास, ससुर, ननद, देवर और चाचा लोग शामिल है. FIR दर्ज कर ली गई है. और मुख्य आरोपी देवर अभिषेक सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच हो रही है.
बजरंग दल वालों ने रेप के आरोपी को छुड़ाने के लिए बवाल मचा दिया!