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'तकिये के साथ सेक्स करो', एमपी के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग, 8 पर केस दर्ज

एक दूसरे को थप्पड़ मारने, गाली देने और अपनी क्लासमेट्स पर अश्लील कमेंट करने को कहते थे सीनियर स्टूडेंस.

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MGM college
इंदौर के MGM मेडिकल कॉलेज में फ्रेशर्स ने अपने सीनियर्स पर रैगिंग का आरोप लगाया है (सांकेतिक फोटो/आजतक)
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मनीषा शर्मा
30 जुलाई 2022 (Updated: 30 जुलाई 2022, 21:06 IST)
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एमपी के इंदौर से एक मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट इयर के छात्रों के साथ रैगिंग का गंभीर मामला सामने आया है. महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स ने अपने सीनियर्स (थर्ड ईयर स्टूडेंट्स) पर रैगिंग, यौन शोषण और मारपीट का आरोप लगाया है. स्टूडेंट्स ने बताया कि उनके सीनियर्स उन्हें तकिये के साथ अननेचुरल सेक्स करने के लिए मजबूर किया और उनसे छात्राओं पर अश्लील कमेंट्स भी कराए.

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, सीनियर्स स्टूडेंट्स, जूनियर्स स्टूडेंट्स की तीन महीने से रैगिंग कर रहे थे. इस मामले में एक जूनियर स्टूडेंट ने कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी के अलावा दिल्ली में UGC को भी शिकायत के साथ एविडेंस भेजे. एविडेंस में ऑडियो, वीडियो और फोन की चैटिंग से जुड़े सबूत थे. शिकायत के बाद कॉलेज के डीन ने पुलिस से शिकायत की और सबूत पुलिस को दिए. इसके बाद आरोपी सीनियर्स स्टूडेंट्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक स्टूडेंट्स की रैगिंग कॉलेज में नहीं होती थी. सीनियर्स उन्हें अपने फ्लैट या किसी और लोकेशन पर बुलाते थे. इसलिए कॉलेज प्रशासन ने जांच की बजाय सीधे FIR दर्ज कराई.

क्या-क्या होता था रैगिंग में?

दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक सीनियर छात्र कई तरह से जूनियर्स को प्रताड़ित करते थे. खबर के मुताबिक,
-जूनियर्स से सभी सीनियर्स का नाम और पूरा पता पूछा जाता था. गलत बताने पर थप्पड़ मारते थे या जूनियर्स को एक दूसरे से थप्पड़ मारने को कहते थे. थप्पड़ की आवाज नहीं आने पर वापस थप्पड़ मारने को कहते थे.  
-रोज शेविंग करने को कहते थे. 
-जूनियर्स से तेज आवाज में अश्लील बातें करते थे. 
-हर बार अलग-अलग जगह बुलाते थे. और कोई स्टूडेंट लेट हो जाता था तो उससे उठक-बैठक करवाते थे. थकने के बाद भी स्टूडेंट को बैठने नहीं देते थे.
-स्टूडेंट्स के मोजों पर उनका मोबाइल नंबर लिखवाते थे. फिर उस मोजे को किसी खास जगह रखवाते थे. वहां से सीनियर नंबर लेकर उसे फोन करते और अपने फ्लैट पर बुलाते. फ्लैट में पांच-पांच घंटे बैठाकर रखते थे. 
-कई बार सीनियर अपने साथियों के साथ जूनियर्स को अप्राकृतिक संबंध (unnatural relationship) बनाने को कहते थे. फ्लैट से जाने के बाद कहते थे कि जो हुआ उसे भूल जाओ. 
-जूनियर्स को लाइब्रेरी, कैंटीन और वाटर कूलर के आस-पास भी नहीं जाने देते थे. कोई जाते तो उन्हें रोक लेते थे. 
-अपने बैच की लड़कियों के नाम बुलवाना या उनसे अश्लील हरकते करने को कहते थे.

रैगिंग में आठ सीनियर का नाम सामने आया!

कॉलेज डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया,

"रविवार को मुझे रैगिंग की शिकायत मिली. मैंने मामला तुरंत एंटी रैगिंग कमेटी तक पहुंचाया. कमेटी ने आरोपी सीनियर्स पर FIR दर्ज करने की बात कही. मामले में पीड़ित स्टूडेंट द्वारा सभी सबूत भी पुलिस को दिए. पुलिस ने बताया इस मामले आठ सीनियर्स के नाम सामने आए हैं."

सभी आरोपी स्टूडेंट्स के खिलाफ एंटी रैगिंग एक्ट की धारा 294, 323, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

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