यूपी के गांवों की कई महिलाएं पीएम आवास योजना का पैसा लेकर हुईं 'गायब', जांच में क्या पता चला?
PM Awas Yojana की एक लाभार्थी महिला पर आरोप है कि वो योजना का पैसा लेने के बाद अपने पति को छोड़ कर किसी और के साथ रहने लगी है.
PM Awas Yojana. घर का सपना पूरा करने के लिए शुरू की गई थी. लेकिन उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले में इस योजना के उल्टे नतीजे सामने आए. यहां अलग-अलग गांवों से आवास की 11 लाभार्थी महिलाएं कथित तौर पर पहली किस्त की रक़म लेकर कहीं गायब हो गई हैं. इनमें से एक लाभार्थी अपने पति को छोड़ कर कथित तौर पर किसी और शख्स के साथ रहने लगी है. वहीं 10 लाभार्थी महिलाएं अलग-अलग वजहों से पलायन कर स्वतंत्र अथवा अपने परिवार के साथ किसी अलग जगह रह रही हैं. इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.
आजतक से जुड़े अमितेश त्रिपाठी की रिपोर्ट के मुताब़िक महराजगंज ज़िले की निचलौल ब्लॉक क्षेत्र में आने वाले 9 गांव की 11 महिलाएं साल 2016 से गायब हो गई थीं. पीएम आवास योजना की पहली किस्त लेने के बाद. पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सभी महिलाएं कथित तौर पर किसी और के साथ रहने लगी हैं. लेकिन असल में इनमें से केवल एक के खिलाफ ऐसी शिकायत दर्ज की गई है. ग्राम पंचायत खेसरहा शीतलपुर की रहने वाली सोनिया के पत्नी संजय यादव ने पुलिस में शिकायत दर्ज़ करवाई कि आवास योजना की पहली किस्त के बाद से उनकी पत्नी अपने ‘प्रेमी’ के साथ रहने लगी. पुलिस ने इसकी जांच की.
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जांच में सामने आया कि अलग-अलग गांव से 10 और महिलाएं गायब हैं. आगे और जांच हुई तो पता चला कि कई महिलाएं अपने परिवार के साथ कहीं और रहने लगी हैं तो कई अकेले रहने लगी हैं. रिपोर्ट के मुताब़िक 11 महिलाओं के पतियों ने जिला सूचना विभाग को प्रार्थना पत्र लिखकर पीएम आवास योजना की अगली किस्त देने पर रोक लगाने के लिए कहा है.
जानकारी के मुताब़िक जिला प्रशासन अब ऐसे लोगों से रिकवरी की तैयारी कर रहा है जो लोग किस्त लेने के बाद फरार हो गए हैं.
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