डॉनल्ड ट्रंप की इस बार की जीत सच में बहुत बड़ी है, इन आंकड़ों से पूरा गणित समझ लीजिए
US Presidential Election 2024: Donald Trump ने पेंसेलवेनिया और जॉर्जिया को डेमोक्रेटिक पार्टी से छीन लिया है. वहीं दूसरे बैटलग्राउंड स्टेट्स में भी वो आगे चल रहे हैं. पिछले चुनाव में वो इन राज्यों में हार गए थे. इस बार पॉपुलर वोट के मामले में भी उन्होंने 50 प्रतिशत का आंकड़ा पार कर लिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 (US Presidential Elections 2024) का परिणाम लगभग तय हो गया है. रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) एक बार फिर से जीत की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने जीत वाला भाषण भी दे दिया है. इधर, डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और अमेरिका की मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) का पहले से तय भाषण रद्द कर दिया गया है.
अमेरिका के मीडिया संस्थान अपने-अपने मॉडल्स के जरिए संभावित विजेता का अनुमान जताते हैं. अभी तक के अनुमानों में ट्रंप जीत के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल मतों के आंकड़े के बेहद करीब पहुंच चुके हैं. ट्रंप के लिए अभी तक 267 इलेक्टोरल मतों का प्रोजेक्शन किया गया है, वहीं कमला हैरिस के लिए यह प्रोजेक्शन 224 मतों का है.
पिछले कुछ अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों की तरह इस बार का चुनाव भी चुनिंदा बैटलग्राउंड स्टेट्स यानी कांटे की टक्कर वाले राज्यों तक सीमित हो गया था. दरअसल, पिछले कुछ चुनावों में देखा गया है कि अलग-अलग राज्यों के लोग तय ढर्रे में ही वोटिंग करते हैं. ऐसे में कांटे की टक्कर वाले राज्यों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि इन राज्यों के लोग दोनों पार्टियों के बीच पाला बदलते रहते हैं.
इस बार कांटे की टक्कर वाले ऐसे 7 राज्य थे- नेवाडा, एरिजोना, विस्कॉन्सिन, मिशीगन, पेंसलवेनिया, नॉर्थ कैरोलाइना और जॉर्जिया.
अभी तक के प्रोजेक्शन में ट्रंप ने पेंसेलवेनिया, नॉर्थ कैरोलाइना और जॉर्जिया के इलेक्टोरल वोट्स जीत लिए हैं. पिछले चुनाव में वो पेंसेलवेनिया और जॉर्जिया में हार गए थे.
फिलहाल ट्रंप संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने की राह पर हैं. इससे पहले 2016 का चुनाव जीतकर वो देश के 45वें राष्ट्रपति बने थे. इस बार ट्रंप का प्रदर्शन उनके पिछले प्रदर्शनों से बेहतर बताया जा रहा है. आगे हम इसे आंकड़ों के जरिए समझने की कोशिश करेंगे.
ये भी पढ़ें- डॉनल्ड ट्रंप की जीत पर खुश होने वालो, इससे हमें फायदे कम, नुकसान ज्यादा हो सकते हैं!
पहले बात साल 2016 के चुनाव की-
इस चुनाव को ट्रंप ने जीता था. हालांकि, वो पॉपुलर वोट के मामले में हिलेरी क्लिंटन से पीछे रह गए थे. हिलेरी क्लिंटन ने ट्रंप से 2 प्रतिशत अधिक मत हासिल किए थे. लेकिन ट्रंप ने कुछ बैटलग्राउंट स्टेट्स को डेमोक्रेटिक पार्टी से छीन लिया था. ये राज्य डेमोक्रेटिक पार्टी के गढ़ रहे थे. ये राज्य थे- विस्कॉन्सिन, मिशीगन, पेंसेलवेनिया और फ्लोरिडा. इन राज्यों के 75 इलेक्टोरल वोट ट्रंप की झोली में आ गए थे और उन्होंने हिलेरी क्लिंटन को 227 के मुकाबले 304 इलेक्टोरल मतों से हरा दिया था.
अब बात साल 2020 के चुनाव की-
इस चुनाव में ट्रंप की हार हुई थी. उन्हें पॉपुलर वोट के मामले में भी हार का सामना करना पड़ा था. एक तरफ उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी से छीने गए राज्य गंवा दिए, वहीं रिपब्लिकन पार्टी के कुछ गढ़ भी वो हार गए थे.
इस चुनाव में बाइडन ने विस्कॉन्सिन, मिशीगन और पेंसेलवेनिया को वापस से डेमोक्रेटिक पार्टी की झोली में डाल दिया था. वहीं रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ रहे एरिजोना और जॉर्जिया में भी जीत हासिल कर ली थी. बाइडन ने ये चुनाव ट्रंप के 232 इलेक्टोरल मतों के मुकाबले 306 वोटों से जीता था.
अब बात इस बार के चुनाव की-
इस बार फिर से ट्रंप ने पेंसेलवेनिया को जीत लिया है. वहीं रिपब्लिकन पार्टी के गढ़ रहे जॉर्जिया को भी डेमोक्रेटिक पार्टी की मुट्ठी से छीन लिया है. इधर नेवाडा, एरिजोना, विस्कॉन्सिन और मिशीगन में वो आगे चल रहे हैं. नॉर्थ कैरोलाइना में भी उनकी जीत हो चुकी है. इन राज्यों में कुल 94 इलेक्टोरल वोट हैं.
पॉपुलर वोट जीतने के मामले में भी ट्रंप ने अपने पुराने रिकार्ड तोड़ दिए हैं. साल 2016 में उन्हें 46.1 प्रतिशत मत मिले थे. वहीं साल 2020 के चुनाव में उनके लिए यह आंकड़ा 46.8 प्रतिशत था. वहीं इस बार के चुनाव में अभी तक जो मतगणना हुई है, उसमें ट्रंप को 51 प्रतिशत मिल चुके हैं. उन्होंने पहली बार 50 प्रतिशत का आंकड़ा पार किया है. इन अर्थों में उनके लिए यह जीत पहले के मुकाबले बहुत बड़ी है.
वीडियो: US Elections: अमेरिका में मंगलवार को ही क्यों होती है वोटिंग?