श्रीलंका: लोगों ने राष्ट्रपति भवन को बनाया टूरिस्ट स्पॉट, बोले- इस्तीफा होने तक यहीं रहेंगे
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में उन्हें लाखों रुपये मिले हैं.
श्रीलंका (Srilanka) के राष्ट्रपति भवन को कब्जे में लेने के बाद प्रदर्शनकारियों ने इसे एक टूरिस्ट स्पॉट में बदल दिया है. राष्ट्रपति भवन से आ रही तस्वीरों में लोग खुद को एंटरटेन करते हुए देखे जा सकते हैं. लोग बॉलकनी में टहल रहे हैं. बेडरूम में आराम फरमा रहे हैं. WWE जैसे वीडियो बना रहे हैं. जिम में वर्कऑउट कर रहे हैं. स्वीमिंग पूल में डुबकियां मार रहे हैं और किचन में खाना खा रहे हैं. इस दौरान कुछ फोटो ऐसी हैं, जिसमें कुछ लोग राष्ट्रपति भवन में ढेर सारा कैश गिनते हुए नजर आ रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो तब तक भवन पर कब्जा जमाए रहेंगे, जब तक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते.
श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन से 10 जुलाई को आई तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को लग्जरी कारों से साथ सेल्फी लेते हुए देखा जा सकता है. एक प्रदर्शनकारी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया,
"हम देश का झंडा लेकर ये बता रहे हैं कि ये जो सिस्टम पिछले 74 साल से चल रहा है, वो मूल तौर पर लोगों और उनके अधिकारों के खिलाफ है. लोगों को हमेशा से दबाया गया है. उन्होंने सेना के बल पर लोगों को दबाया है, इसलिए हम उन्हें काले झंडे दिखा रहे हैं."
एक दूसरे प्रदर्शनकारी ने ANI को बताया,
"हम अब भ्रष्टाचार से मुक्त हैं. अब शांति है. अपने परिवार और बच्चों के साथ यहां आइए. हम सब राष्ट्रपति भवन में लंच कर रहे हैं."
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक, दोपहर के वक्त कुछ प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन में चाय बनाई. वहीं कुछ ने कॉन्फ्रेंस रूम से बयान जारी करते हुए एक बार फिर से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा. इस बीच कुछ प्रदर्शनाकारियों ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति भवन में लाखों रुपये मिले हैं.
इससे पहले 9 जुलाई को कोलंबो में प्रदर्शनकारियों ने अचानक से राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया. इस बीच देश के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भाग गए. इन प्रदर्शनकारियों ने शाम के वक्त देश के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी घर को आग के हवाले कर दिया. इस पूरे घटनाक्रम के बीच गोटबाया राजपक्षे ने देश की संसद के स्पीकर को जानकारी दी कि वो 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे. वहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि वो सर्वदलीय सरकार के बनते ही इस्तीफा देंगे.
श्रीलंका बीते कई महीनों ने आर्थिक संकट से जूझ रहा है. देश में ईंधन और खाद्य सामग्री के साथ रोजमर्रा में काम आने वाली चीजों के दाम आससमान छू रहे हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस संकट की वजह सरकार की नीतियां और कोविड महामारी है. कोविड महामारी ने श्रीलंका के टूरिज्म सेक्टर को पूरी तरह से तहस नहस कर दिया, जो देश की अर्थव्यवस्था का एक मजबूत आधार रहा है.
वीडियो- प्रदर्शनकारी बहुत पहले से ही राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे