BJP के साथ गए तो सुशील मोदी फिर से बनेंगे डिप्टी CM? क्या तय हुआ है?
आज या कल में बिहार में बड़ी पलटी होने वाली है. फिर से.
बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) के तनाव के बीच सूत्रों के हवाले से कई ख़बरें चल रही है. ख़बर ये कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का भाजपा के साथ जाना लगभग तय है. पिछली जेडीयू-बीजेपी सरकार में जो कैबिनेट थी, उसी के आस-पास पद बांटे जाएंगे.
सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि अगले दो से तीन दिनों के अंदर कुछ फ़ैसला आने की उम्मीद है.
इतना तो सूत्रों के हवाले से हुआ. जैसे ही ख़बर मीडिया में आई, बयानबाज़ी शुरू. नीतीश कुमार ने पूरे मसले पर बयान नहीं दिया है. लेकिन सुशील मोदी - जिनके फिर से डिप्टी बनने के योग हैं - उन्होंने कहा,
जो दरवाजे बंद हैं, वे खुल सकते हैं. राजनीति संभावनाओं का खेल है. इससे ज्यादा कोई टिप्पणी नहीं कर सकता.
बिहार विधानसभा में कुल सीटें हैं, 243. इसमें राजद के 79 विधायक हैं, भाजपा के 78, जद(यू) की 45, कांग्रेस की 19, भाकपा(माले) की 12, माकपा और भाकपा की दो-दो, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) की चार सीटें और AIMIM की एक सीट है. एक निर्दलीय विधायक भी है.
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कथित तौर पर नीतीश कुमार अपने दोनों सहयोगियों - लालू प्रसाद यादव की राजद और इंडिया ब्लॉक की कांग्रेस - से नाराज़ हैं. कांग्रेस सीट शेयरिंग लगातार टाल रही थी. सीट शेयरिंग का फ़ॉर्मुला तय हो पाए, इससे पहले ही भारत जोड़ो यात्रा शुरू कर दी.
नीतीश कुमार INDIA ब्लॉक के पहले नेता नहीं हैं, जो सीट बंटवारे पर नाराज़ हैं. हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एलान किया ही कि सीट बंटवारे से असंतुष्ट होकर वो राज्य में अकेले चुनाव लड़ेंगी.