पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर मारने की कोशिश की, पति ने डेढ़ साल बाद कोमा से बाहर आकर सच बताया
पत्नी, उसका भाई और उसका प्रेमी, तीनों इस कांड में शामिल थे.
एक शख्स पर हमला हुआ. जिसके बाद वो डेढ़ साल कोमा में रहा. और जब होश में आया, तब उसने पुलिस को बताया कि उसे जान से मारने की साज़िश किसी और ने नहीं, उसकी पत्नी ने ही की थी. और इसमें पत्नी का साथ दिया था उसके प्रेमी ने.
ये वकाया पंजाब के मोगा का है. आजतक से जुड़े दिलीप कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, ये सब मोगा में पड़ने वाले मेहना गांव के रवि सिंह के साथ घटा. इनकी पत्नी का नाम है रिम्पी कौर. रिम्पी के बहादुर सिंह नाम के व्यक्ति से संबंध थे. इस बात की जानकारी रिम्पी के भाई दीप सिंह को भी थी. लेकिन जब रवि को ये सब पता चला, तो घर में रोज लड़ाई-झगड़े होने लगे. इसी से आजिज़ आकर रिम्पी, बहादुर और दीप सिंह ने रवि को मारने की साज़िश की.
आजतक से बातचीत करते हुए थाना मेहना के एएसआई सुखपाल सिंह ने बताया कि रवि सिंह प्राइवेट कॅारपोरेशन डिपार्टमेंट के जरिए बिजली डिपार्टमेंट में काम करता था. डेढ़ साल पहले वो बिलासपुर के पास एक खाली पेट्रोल पंप पर ज़ख्मी हालत में मिला था. उसे पहले सिविल हॅास्पिटल, मोगा में भर्ती कराया था. बाद में ESI हॅास्पिटल लुधियाना में भर्ती कराया गया. वहां वो 9-10 महीने कोमा में रहा. होश में आने के बाद वो कुछ बता नहीं पा रहा था. लेकिन अब वो थोड़ा बोलने लगा है. इस बात की जानकारी उसके पिता बूटा सिंह ने पुलिस को दी. बाद में रवि ने अपने बयान में लिखवाया,
‘10 दिसंबर 2021 को मैं ड्यूटी से घर लौट रहा था. मेरा साला दीप सिंह, पत्नी रिम्पी कौर और बहादुर सिंह मुझे उठाकर ले गए. और बुरी तरह पीटकर बिलासपुर के पास खाली पेट्रोल पंप पर फेंक दिया. वहां मेरे सिर में लोहे की रॉड से हमला किया और मुझे बेहोश कर दिया.’
पुलिस के मुताबिक रवि के बेहोश होने के बाद आरोपियों ने उसके सड़क हादसे में घायल होने की बात परिजनों को बताई थी. इस मामले में IPC की धारा 120 (अपराध की साजिश), धारा 307 (हत्या का प्रयास) और धारा 364 (अपहरण) के तहत दीप सिंह, रिम्पी कौर और बहादुर सिंह खिलाफ केस दर्ज किया गया है. दीप सिंह को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
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