इजरायल का बच्चा-बच्चा जंग लड़ रहा, तब नेतन्याहू का बेटा कहां मौज कर रहा? पता चला
इजरायल-हमास युद्ध के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस तस्वीर के सामने आने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. नेतन्याहू से सीधे सैनिक जवाब मांग रहे हैं
सैनिकों के संघर्ष का राजनीतिक इस्तेमाल करने वाले नेता अपने बच्चों को सेना में क्यों नहीं भेजते? ये सवाल भारतीय नेताओं के बारे में आपने कभी ना कभी सुनी या बोली होंगी. लेकिन खबर भारतीय सेना और नेताओं से नहीं जुड़ी है. इस समय इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस सवाल का सामना कर रहे हैं. पूछा जा रहा है कि हमास से जंग के लिए दुनियाभर से यहूदियों को पुकार रहे नेतन्याहू अपने बेटे क्यों नहीं बुलाते, जो अमेरिका में 'मौज' कर रहा है.
दरअसल, नेतन्याहू के बेटे याइर नेतन्याहू की एक तस्वीर वायरल हुई है. इसमें वो अमेरिका के मियामी बीच पर सनग्लास लगाए दिख रहे हैं. तस्वीर सामने आने के बाद बवाल मच गया है. कहा जा रहा है कि जब हमास से जंग के लिए दुनियाभर से इजरायली अपने देश वापस आ रहे हैं, ऐसे में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साहबजादे अमेरिका के मियामी बीच पर मज़े कर रहे हैं.
इस खबर के सामने आने के बाद द टाइम्स से बात करते हुए बॉर्डर पर तैनात सैनिक ने कहा,
“मैं फ्रंट लाइन पर तैनात हूं और याइर मियामी बीच में जिंदगी के मज़े ले रहा है, हम अपना काम, परिवार, बच्चे छोड़कर अपने देश की रक्षा के लिए वापस आए हैं. हमारे भाई, पिता, बेटे हर कोई फ्रंट लाइन पर है, लेकिन याइर अभी तक यहां नही है. ऐसे में देश की लीडरशिप पर भरोसा कायम नहीं होता है.”
इस तरह का गुस्सा कई सैनिकों में हैं जो अपने वतन के लिए लड़ने वापस आए हैं. इजरायल दुनियाभर से अपने नागरिकों को जंग में शरीक होने के लिए बुला रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री का बेटा ही नहीं आया है.
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अब आपको बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे के बारे में बताते हैं, याइर नेतन्याहू, 32 साल के हैं. उन्होंने हाई स्कूल में थिएटर की पढ़ाई की है. याइर ने इजरायल में सबके लिए अनिवार्य मिलिट्री ट्रेनिंग भी ली, लेकिन उन्होंने इजरायली सेना के प्रवक्ता वाली यूनिट में काम किया, ना कि कॉम्बैट सोल्जर के तौर पर.
इजरायल में 18 साल का होने पर लड़कों को 32 महीने की और महिलाओं को 24 महीने की मिलिट्री ट्रेनिंग करनी पड़ती है. इसके बाद वो 40 साल की उम्र तक रिजर्व यूनिट का हिस्सा होते हैं. जरूरत पड़ने पर उन्हें कभी भी बुलाया जा सकता है. ऐसे में उन्हें रेगुलर सैनिकों के साथ जंग में शामिल होना होता है. रिजर्व सैनिक नॉन कॉम्बैट रोल यानी सीधी जंग से अलग कामों के लिए भी इस्तेमाल किए जाते हैं. हांलाकि जरूरी नहीं कि याइर नेतन्याहू जैसे लोगों को जिन्हें लड़ाई के अग्रिम मोर्चे का अनुभव नहीं है, उन्हें छूट मिल जाए.
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू जहां खुद इजरायली सेना में रहे हैं, वो इस बार भी सैनिकों के बीच जा रहे हैं, सैनिकों का हौंसला बढ़ा रहे हैं, लेकिन ये नैरेटिव भी बिल्ड हो रहा है कि कहीं वो अपने बेटे को सीधी जंग में शामिल होने से बचा तो नहीं रहे.
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याइर का विवादों से पुराना नाता रहा है. वो पिछले साल अप्रैल से ही मियामी में है. उनपर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप भी लगते रहे हैं, और इसी वजह से उन्हें कई बार मानहानि के केसेस का सामना करना पड़ा है. पिता बेंजामिन नेतन्याहू ने उसे ऐसा करने से मना किया है, इस बीच बेटे के इजरायल ना लौटने और सेना में शामिल ना होने से इजरायली पीएम की इमेज को भी बड़ा झटका लगा है.
लोग पूछ रहे हैं जब आम लोगों के बच्चे नौकरी, यहां तक कि हनीमून छोड़कर देश के लिए लड़ने वापस आए हैं तो पीएम का बेटा कहां है?
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