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6.5 फीट का मुंह, 130 दांत, इस समुद्री दैत्य की खोपड़ी देख 'खोपड़ी' घूम जाएगी!

15 करोड़ साल पुराने इस जीव का नाम है प्लायोसॉर. यह समुद्र में रहने वाला एक खूंखार रेप्‍टाइल था, जो पल भर में अपने शिकार को चबा जाता था.

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gigantic skull of sea reptile pliosaur
इंग्‍लैंड के तट पर साइंटिस्ट को एक समुद्री जीव प्लायोसॉर की खोपड़ी मिली है. (फ़ोटो/BBC)
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मनीषा शर्मा
11 दिसंबर 2023 (Published: 22:55 IST)
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इंग्‍लैंड के एक तट पर वैज्ञानिकों को एक विशालकाय जीव की खोपड़ी मिली है. उनका कहना है कि यह एक समुद्री जीव के जीवाश्म का हिस्सा है. इस जीव को प्लायोसॉर (Pliosaur) कहा जा रहा है. प्लायोसॉर समुद्र में रहने वाला एक खूंखार रेप्‍टाइल था, जो अपने शिकार को चबा जाता था. ये छोटी-मोटी मछलियों को नहीं बल्कि शार्क के आकार की बड़ी मछलियों को अपना भोजन बनाता था.

समुद्री दैत्य की साढ़े 6 फीट लंबी खोपड़ी

वैज्ञानिकों को खोपड़ी के रूप में मिला इसका जो जीवाश्म मिला है, उसी का आकार 2 मीटर लंबा है. खोजकर्ता वैज्ञानिकों के मुताबिक प्लायोसॉर के जीवाश्म पहले भी मिले हैं, लेकिन ये पहली बार है जब किसी प्लायोसॉर का एक पूरा जीवाश्म खोज निकालने में कामयाबी मिली है. साइंटिस्ट्स का मानना है कि इससे प्लायोसॉर के व्यवहार के बारे में जरूरी जानकारी मिलेगी.

BBC में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ प्लायोसॉर की खोपड़ी 15 करोड़ साल पुरानी है. और यह डोरसेट के जुरासिक तट (Dorset's Jurassic Coast) पर मिली है. यह खोपड़ी मनुष्यों की आम लंबाई से काफी ज्यादा बड़ी है. इसी से कल्पना की जा सकती है कि ये कितना बड़ा होगा. 

इस खोज में शामिल रहे साइंटिस्ट और फॉसिल प्लेनटॉलोजिस्ट स्टीव एचेस ने BBC को बताया कि यह अब तक के सबसे अच्छे फॉसिल में से एक है, जिस पर उन्होंने काम किया है. वे कहते हैं कि जो चीज़ इसे अलग बनाती है वह है इसका पूरा होना. स्टीव ने आगे कहा,

"इसके 130 दांत हैं. निचला जबड़ा और ऊपरी खोपड़ी जालीदार हैं. इसके लंबे और नुकीले दांत एक ही बार काटने पर किसी को मार सकते थे. आप इसे थोड़ा ध्यान से देखेंगे तो हर दांत के पीछे बारीक लकीरें दिखाई देंगी. इससे जानवर को मांस को छेदने और फिर तुरंत अपने खंजर जैसे नुकीले दांत निकालने में मदद मिलती, जिससे यह तेजी से दूसरे हमले के लिए तैयार होता था."

इसके 130 दांत हैं. निचला जबड़ा और ऊपरी खोपड़ी जालीदार हैं. (फ़ोटो/BBC)

वहीं ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी के डॉ. आंद्रे रोवे ने BBC को बताया कि उन्हें लगता है कि प्लायोसॉर अपने स्थान पर मौजूद किसी भी चीज़ का ढंग से शिकार करने में सक्षम रहा होगा. प्लायोसॉर इतने खतरनाक थे कि अन्‍य प्लायोसॉर को भी नहीं बख्शते थे. उन्‍होंने प्लायोसॉर की तुलना एक खतरनाक डायनासोर प्र‍जाति टी-रैक्स से भी की है. 

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