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50 सीटों पर उपचुनावों की घोषणा, लेकिन मिल्कीपुर और बशीरहाट में नहीं होगी वोटिंग

By Elections 2024: Maharashtra और Jharkhand के विधानसभा चुनावों के साथ अलग-अलग राज्यों की 50 सीटों में उपचुनाव होने हैं. इनमें से 48 सीटें विधानसभा की हैं और 2 सीटें लोकसभा की.

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Maharashtra और Jharkhand विधानसभा चुनावों के साथ-साथ उपचुनावों की तारीखों का भी एलान हुआ है. (फाइल फोटो)
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मुरारी
15 अक्तूबर 2024 (Published: 17:22 IST)
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चुनाव आयोग ने जहां एक तरफ महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों (Maharashtra Jharkhand Elections) का एलान किया है, वहीं दूसरी तरफ 48 विधानसभा सीटों और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव (By Elections) की भी घोषणा की है. केरल की वायनाड और दूसरे राज्यों की 47 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा. इन्हीं तारीखों को झारखंड और महाराष्ट्र में भी वोटिंग के लिए चुना गया है. झारखंड में दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान होगा. वहीं महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा. सभी नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.

इन विधानसभा सीटों पर होंगे उपचुनाव

असम- ढोलाई, सिदली, बोंगाईगांव, बेहाली और समागुड़ी

बिहार- तरारी, रामगढ़, इमामगंज और बेलागंज

छत्तीसगढ़- रायपुर सिटी साउथ

गुजरात- वाव

कर्नाटक- शिगांव, संदूर और चन्नपटना

केरल- पलक्कड़ और चेल्लाकारा

मध्य प्रदेश- बुधनी और विजयपुर

मेघालय- गेम्बेग्रे

पंजाब- डेरा बाबा नानक, छब्बेवाल, गिद्दरबाहा और बरनाला

राजस्थान- झुंझनू, रामगढ़, दौसा, देवली उनियारा, खींवसर, सलूंबर और चोरासी

सिक्किम- सोरेंग चाकुंग और नामची सिंगीथाम

उत्तर प्रदेश- मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटहरी और मझवां

उत्तराखंड- केदारनाथ

पश्चिम बंगाल- सिताई, मदारीहाट, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और तलदंग्रा.

इन विधानसभा सीटों के अलावा केरल की वायनाड और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव होंगे. इन उपचुनावों के नतीजे भी 23 नवंबर को आएंगे. उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा और पश्चिम बंगाल की बशीरहाट लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव होने थे, लेकिन इन सीटों पर याचिकाएं दायर होने के कारण फिलहाल यहां उपचुनाव नहीं होंगे.

Milkipur और Bashirhat का मामला क्या है?

मिल्कीपुर विधानसभा को लेकर पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक याचिका डाली थी. उन्होंने यहां से विधायक रहे और अब सांसद अवधेश प्रसाद के चुनाव जीतने पर सवाल उठाए हैं. वहीं बशीरहाट लोकसभा को लेकर BJP की उम्मीदवार रेखा पात्रा ने याचिका डाली थी कि यहां से जीतने वाले TMC नेता हाजी नूरुल इस्लाम ने अपनी संपत्ति से जुड़ी जानकारी छिपाई थी. बाद में इस्लाम का निधन हो गया, लेकिन याचिका पर अभी भी सुनवाई हो रही है.

उपचुनावों के परिणामों पर सबसे ज्यादा नजर उत्तर प्रदेश की सीटों पर रहेगी. पिछले लोकसभा चुनाव में यहां BJP के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को तगड़ा झटका लगा था. यहां सपा-कांग्रेस गठबंधन ने 80 में से 43 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं NDA का आंकड़ा 66 से 36 सीटों पर सिमट गया था. कांग्रेस और सपा ने ये उपचुनाव भी गठबंधन में लड़ने का फैसला किया है. NDA ने भी तैयारी पूरी होने की बात कही है. ऐसे में इन चुनावों के स्टेक बहुत हाई हैं.

उपचुनावों की घोषणा से पहले उत्तर प्रदेश की दो सीटों करहल और मिल्कीपुर की खास चर्चा रही है. करहल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की सीट रही है. उन्होंने इस बार कन्नौज से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इस सीट को खाली किया है. वहीं अयोध्या से लगी मिल्कीपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अवधेश प्रसाद आते हैं. उन्होंने इस बार फैजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीता था और मिल्कीपुर सीट खाली कर दी थी. विपक्ष ने यह कहकर BJP पर निशाना साधा कि राम मंदिर का 'राजनीतिकरण’ करने के बाद भी BJP अयोध्या हार गई. ऐसे में इस सीट को लेकर सरगर्मी बढ़ी हुई थी. हालांकि, अभी यहां उपचुनाव नहीं होगा.

ये भी पढ़ें- यूपी उपचुनाव में अपनों के बीच ही फंस गई BJP, सीट बंटवारे पर कहां फंस गया पेच?

केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर भी खास नजर रहेगी. कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बार भी दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ा था. उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट और केरल की वायनाड सीट. इन दोनों सीटों पर राहुल ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. बाद में उन्होंने रायबरेली से ही सांसद रहने का फैसला किया था.

साल 2019 में भी राहुल अमेठी के साथ-साथ वायनाड से चुनाव लड़े थे. उस साल उन्हें अमेठी से हार मिली थी, वहीं संकट के समय में वायनाड ने उन्हें लोकसभा में बनाए रखा था. ऐसे में जब राहुल गांधी ने इस बार वायनाड छोड़ने का फैसला किया तो कहा कि ये फैसला करना उनके लिए बहुत मुश्किल था. कहा गया कि गांधी परिवार की अब दो नहीं (अमेठी और रायबरेली) बल्कि तीन सीटें हैं. ऐसे में ये देखना होगा कि कांग्रेस वायनाड से उपचुनाव जीत पाती है या नहीं.

वीडियो: राहुल गांधी चले रायबरेली, वायनाड से उपचुनाव लड़ने आ रही हैं प्रियंका गांधी

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