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पत्नी हमेशा भगवान में लीन रहती थी, गुस्साए पति ने पेट्रोल डाल दिया, आग में दोनों बुरी तरह झुलसे

तिरुचि में रहने वाले 56 साल के राजेंद्र प्रसाद किसान हैं. तिरुवेरुंबूर के पास पूलनकुडी कॉलोनी-पलंगनंगुडी रोड पर उनका घर है. पुलिस ने बताया किराजेंद्र प्रसाद की पत्नी आर हेमा बिंदु अपना अधिकांश समय पूजा-पाठ और अनुष्ठानों में बिताती थीं. इससे प्रसाद परेशान रहते थे और पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था.

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. इस हादसे में दंपति समेत परिवार के चार सदस्य झुलस गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. (फ़ोटो/इंडिया टुडे)
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मनीषा शर्मा
21 नवंबर 2024 (Published: 23:11 IST)
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तमिलनाडु के तिरुवेरुंबूर में एक शख्स ने कथित तौर पर अपनी पत्नी के भक्ति स्वभाव से तंग आकर उस पर पेट्रोल छिड़क दिया. इससे महिला और उसके पति समेत परिवार को चार लोग झुलस गए. सभी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. खबर लिखे जाने तक किसी की मौत की खबर नहीं आई थी.

इंडिया टुडे से जुड़े प्रमोद के इनपुट्स के मुताबिक घटना 19 नवंबर की देर रात की है. तिरुचि में रहने वाले 56 साल के राजेंद्र प्रसाद किसान हैं. तिरुवेरुंबूर के पास पूलनकुडी कॉलोनी-पलंगनंगुडी रोड पर उनका घर है. पुलिस ने बताया किराजेंद्र प्रसाद की पत्नी आर हेमा बिंदु अपना अधिकांश समय पूजा-पाठ और अनुष्ठानों में बिताती थीं. इससे प्रसाद परेशान रहते थे और पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था.

मंगलवार (19 नवंबर) को रात करीब 11 बजे, प्रसाद ने अपनी पत्नी को फिर घर के पूजा कक्ष में पूजा करते हुए देखा. इस पर दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक प्रसाद ने हेमा को वहां पूजा करने से मना किया. उन्होंने हेमा पर आरोप लगाया कि वह परिवार की देखभाल करने में विफल रही है. पुलिस ने बताया कि झगड़े के बाद भी हेमा ने अपनी प्रार्थना जारी रखी. इससे नाराज होकर प्रसाद ने कथित तौर पर अपनी दोपहिया वाहन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पानी की बोतल में पेट्रोल लिया और उसे हेमा पर डाल दिया. बाद में पूजा कक्ष में एक दीपक से आग जलने लगी और आग प्रसाद तक भी पहुंच गई.

यह भी पढ़ें: झांसी अस्पताल आग में बचाए गए 3 और बच्चों की मौत, डॉक्टर ने पहले से बीमार होने की बात कही

आगे लगने पर प्रसाद और हेमा के बेटे आर गुनासेकर और परिवार के एक अन्य सदस्य आर गुरुसामी उन्हें बचाने के लिए आए. लेकिन वो दोनों भी आग में झुलस गए. आग की लपटें देखकर पड़ोसी वहां पहुंचे. उन्होंने तुरंत चारों को महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया. पुलिस ने बताया कि हेमा और राजेंद्र प्रसाद के शरीर 50 पर्सेंट तक जल गए हैं. उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है. वहीं उनके एक बेटे को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.  

सब इंस्पेक्टर बी प्रदीपा ने बताया कि नवलपट्टू पुलिस ने बीएनएस की धारा 287 (आग या दहनशील पदार्थ के संबंध में लापरवाही) के तहत मामला दर्ज किया है और घटना की जांच कर रही है.

वीडियो: झांसी मेडिकल कॉलेज में आग से 10 नवजात बच्चों की मौत, घटना का जिम्मेदार कौन?

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