घर पर ही Blood Pressure चेक करते हैं तो ये 8 गलतियां बिल्कुल न करें
जिन लोगों को हाई या लो ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, वो अक्सर घर पर इसी मशीन की मदद से अपना बीपी जांचते हैं. अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं, तो घर पर बीपी जांचते हुए कुछ गलतियां आपको नहीं करनी चाहिए. वर्ना कभी भी सही रीडिंग नहीं आएगी.
आजकल कई लोग घर पर ब्लड प्रेशर मापने की मशीन रखते हैं. इसकी मदद से बीपी मापना काफ़ी आसान हो गया है. बाज़ू पर एक पट्टा बांधा. एक बटन दबाया और स्क्रीन पर बीपी की रीडिंग आ गई.
जिन लोगों को हाई या लो ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, वो अक्सर घर पर इसी मशीन की मदद से अपना बीपी जांचते हैं. अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं, तो घर पर बीपी जांचते हुए कुछ गलतियां आपको नहीं करनी चाहिए. वर्ना कभी भी सही रीडिंग नहीं आएगी.
कौन-सी गलतियां करने से बचना चाहिए? ये हमें बताया डॉक्टर प्रशांत सिन्हा ने.
पहली गलतीः कभी भी सुबह उठते ही अपना बीपी चेक न करें. सुबह-सुबह बीपी और हार्ट रेट बढ़ा हुआ होता है. इससे रीडिंग पर असर पड़ सकता है. आप नाश्ते के आधे घंटे बाद अपना बीपी चेक कर सकते हैं. अगर आपने ज़्यादा नमक वाला खाना खाया है. चाय-कॉफी पी है. एक्सरसाइज़ की है. तो कम से कम आधा घंटा रुकने के बाद ही बीपी चेक करें.
दूसरी गलतीः बीपी चेक करते वक्त आपका ब्लैडर फुल नहीं होना चाहिए. यानी बीपी चेक करने से पहले यूरिन पास कर लें. फिर कम से कम 5 मिनट आराम करें और उसके बाद अपना बीपी चेक करें.
तीसरी गलतीः बीपी लेते वक्त या लेने से पहले हड़बड़ी या तनाव में न रहें. इससे बीपी बढ़ा हुआ ही आएगा. साथ ही, बीपी चेक करने का टाइम तय करें ताकि एक पैटर्न दिख सके. आप सुबह नाश्ते के बाद और शाम को एक बार बीपी चेक कर सकते हैं. यानी दिन में कुल दो बार.
चौथी गलतीः जब भी बीपी चेक करें तो सिर्फ एक ही रीडिंग न लें. बेहतर होगा कि आप तीन रीडिंग लें. हर रीडिंग के बीच 2 मिनट का गैप रखें. फिर तीनों रीडिंग का औसत निकालें और इसे ही अपना बीपी मानें.
पांचवीं गलतीः बीपी चेक करने की मशीन लगाने के बाद हिले-डुले नहीं. न ही बात करें. इससे रीडिंग पर असर पड़ सकता है.
छठवीं गलतीः जब भी बीपी चेक करना हो तो कुर्सी पर झुककर न बैठें. आराम से कुर्सी का सहारा लेकर बैठें. आपकी पीठ सीधी हो. पैरों को ज़मीन पर या किसी पायदान पर रखें. पैर लटके हुए या क्रॉस पोज़ीशन में न हों. आपका हाथ सामने मेज़ पर दिल की ऊंचाई के बराबर हो. फिर कुछ देर शांत रहें और तब अपना बीपी मापें. आप लेटकर भी बीपी माप सकते हैं. बस आपका हाथ दिल के लेवल से ऊपर होना चाहिए.
सातवीं गलतीः मशीन का कफ़ बहुत ढीला या टाइट न हो. कफ यानी जो पट्टा-सा बाज़ू पर लगाया जाता है. कफ़ अगर ज़्यादा ढीला होगा या टाइट होगा तो गलत रीडिंग आ सकती है. इसलिए उसे सही तरह बांधें. न बहुत टाइट, न बहुत लूज़.
आठवीं गलतीः कफ कभी भी कपड़े के ऊपर न लगाएं. स्किन के ऊपर ही लगाएं. इससे ब्लड प्रेशर की रीडिंग सही आएगी.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप' आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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