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गर्भनिरोधक गोलियों से जुड़े इन दावों की हक़ीक़त जान लें!

गर्भनिरोधक गोलियों के नफा-नुकसानों को लेकर कई तरह के दावे किए जाते हैं. इनमें से कुछ अधूरे सच हैं तो कुछ पूरी तरह गलत.

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Common Myths About Contraceptive Pills
प्रेग्नेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियां खाई जाती हैं
30 सितंबर 2024 (Updated: 30 सितंबर 2024, 14:44 IST)
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कॉन्ट्रासेप्शन यानी गर्भ निरोध. मार्केट में इसके कई विकल्प मौजूद हैं. जैसे गोलियां, कॉपर टी, नसबंदी और कॉन्डम. प्रेग्नेंसी से बचने के लिए इन तरीकों का इस्तेमाल होता है. आज हम ख़ासतौर पर गर्भनिरोधक गोलियों की बात करेंगे. इन्हें ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स (Oral contraceptive pills) भी कहते हैं. लोगों, ख़ासतौर पर महिलाओं में इनको लेकर कई ग़लतफहमियां हैं. कुछ दावे भी किए जाते हैं. अब ये कितने सच्चे हैं, ये हमने जाना डॉक्टर मल्लिका सोलंकी से. 

doctor mallika solanki
डॉ. मल्लिका सोलंकी, गायनेकोलॉजिस्ट एंड इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट

पहला दावा- ओरल बर्थ कंट्रोल पिल यानी गर्भनिरोधक गोलियों से फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है. यानी बच्चे पैदा करने की क्षमता प्रभावित होती है. वो कम हो जाती है. डॉक्टर मल्लिका कहती हैं कि ये दावा सही नहीं है. बर्थ कंट्रोल के किसी भी तरीके से फर्टिलिटी पर बुरा असर नहीं पड़ता. अगर आप गर्भनिरोध की दवाइयां खाना बंद करते हैं, तो 6 से 12 महीने के अंदर आप प्रेग्नेंट हो सकते हैं. कुछ लोग तो एक महीने के अंदर ही प्रेग्नेंट हो जाते हैं.

दूसरा दावा- गर्भनिरोधक गोलियां खाने से STI नहीं होता. STI यानी Sexually Transmitted Infection. ये वो इंफेक्शन है जो सेक्स के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैलता है.  गर्भ निरोध से STI नहीं होने की बात पूरी तरह गलत है. नसबंदी, गर्भनिरोधक दवाइयां या कोई डिवाइस STI को नहीं रोकते. अगर आप सेक्शुअली एक्टिव हैं तो STI से बचने का एक ही कारगर तरीका है. और, वो है कॉन्डम का इस्तेमाल.

हालांकि ये जरूरी नहीं है कि सभी STI सेक्स के जरिए ही फैलें. ये खून और बॉडी फ्लूइड के जरिए भी फैल सकते हैं. जैसे संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ाने से या उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए रेज़र या कैंची से.

contraceptive pills
गर्भनिरोधक गोलियां खाने से हर महिला का वज़न नहीं बढ़ता 

तीसरा दावा- गर्भ निरोध की दवाएं लेने से महिलाओं का वज़न बढ़ने लगता है. ये दावा कुछ हद तक सही है. डॉक्टर मल्लिका कहती हैं कि गर्भनिरोध की दवाएं वज़न पर असर डाल सकती हैं. लेकिन, ये असर हर महिला में अलग-अलग होता है. हॉर्मोनल बदलावों, वॉटर रिटेंशन या बढ़ी हुई भूख की वजह से कुछ महिलाओं का वज़न बढ़ सकता है. हालांकि ऐसा ज़रूरी नहीं है कि सबका वज़न बढ़े. कुछ लोगों के वज़न पर इन दवाओं का बिल्कुल असर नहीं होता. लेकिन, अगर आपका वज़न बहुत ज़्यादा बढ़ रहा है तो एक बार अपने डॉक्टर से ज़रूर मिल लें.

चौथा दावा- बर्थ कंट्रोल पिल के साथ एंटीबायोटिक्स लेने पर बर्थ कंट्रोल पिल्स का असर घट जाता है. ये दावा आधा सच है. दरअसल दोनों ही शरीर में अपना-अपना काम करती हैं. मगर कई बार कुछ एंटीबायोटिक्स, बर्थ कंट्रोल पिल्स का असर घटा देती हैं. इसलिए, दोनों दवाएं एक साथ खाने से पहले, अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप ’आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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