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Thiruvananthapuram Lok Sabha Results: शशि थरूर ने कांटे की टक्कर में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को हरा दिया

Thiruvananthapuram Lok Sabha Results: केरल की तिरुवनंतपुरम सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय था. कांग्रेस के दिग्गज नेता Shashi Tharoor के सामने केंद्रीय मंत्री Rajeev Chandrashekhar थे. इस सीट पर CPI के पन्नयन रवींद्रन भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे.

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शशि थरूर इस सीट से 2009 से लगातार सांसद हैं. (फाइल फोटो)
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मुरारी
4 जून 2024 (Updated: 4 जून 2024, 20:05 IST)
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केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट (Thiruvananthapuram Lok Sabha Results) से  कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता शशि थरूर ने चुनाव जीत लिया है. ये जीत उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को हराकर दर्ज की है. वहीं, CPI के पन्नयन रवींद्रन भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे. शशि थरूर 2009 से लगातार इस सीट से सांसद चुने जा रहे हैं. मतगणना के मुताबिक, शशि थरूर को 3 लाख 58 हजार 155 वोट मिले हैं, वहीं राजीव चंद्रशेखर को 3 लाख 42 हजार 078 वोट मिले हैं. इस कांटे के मुकाबले में थरूर ने राजीव को 16,077 वोट से हरा दिया है.

2014 और 2019 के नतीजे

साल 2019 के लोकसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो तिरुवनंतपुरम सीट से शशि थरूर ने बड़े आराम से जीत हासिल की थी. थरूर को लगभग 4 लाख 16 हजार वोट हासिल हुए थे. उनका वोट परसेंट 41 रहा था. इस सीट पर दूसरे नंबर पर रहे BJP के कुम्मनम राजशेखरन को लगभग 3 लाख 16 हजार वोट मिले थे. उनका मत प्रतिशत 31 रहा था. वहीं CPI के सी दिवाकरण तीसरे नंबर पर रहे थे. दिवाकरण को लगभग 2 लाख 58 हजार वोट मिले थे. उन्हें लगभग 26 प्रतिशत वोट मिले थे.

वहीं 2014 के चुनाव में शशि थरूर को करीबी मुकाबले में जीत मिली थी. इस चुनाव में थरूर को लगभग 2 लाख 98 हजार वोट मिले थे. उनका मत प्रतिशत 34 रहा था. दूसरे नंबर पर रहे BJP के ओ राजगोपाल को लगभग 2 लाख 82 हजार वोट मिले थे. उनका वोट प्रतिशत 32 रहा था. वहीं CPI के बेनेट अब्राहम तीसरे नंबर पर रहे थे. उन्हें लगभग 2 लाख 49 हजार वोट मिले थे. उनका प्रतिशत 28 रहा था.

तिरुवनंतपुरम सीट के समीकरण

कांग्रेस के शशि थरूर इस सीट से साल 2009 से सांसद हैं. 2014 में उन्हें कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ा था. इस बार थरूर ने कहा था कि इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है और भले ही एक सांसद के रूप में उनका ट्रैक रिकॉर्ड बढ़िया है, लेकिन वो इस चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे हैं.

इधर, राजीव चंद्रशेखर के लिए लड़ाई थोड़ी कठिन है. उनके सामने शशि थरूर और पन्नयन रवींद्रन हैं. ये दोनों क्षेत्र के जाने माने चेहरे हैं. ऐसे में चंद्रशेखर के सामने चुनौती खुद को लोगों के बीच ले जाने की रही है. वहीं कई बड़े BJP नेता भी इस सीट से टिकट मांग रहे थे.

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BJP आज तक केरल में लोकसभा की एक भी सीट नहीं जीत पाई है. पिछले लोकसभा चुनाव में BJP के कुम्मनम राजशेखर को लगभग 31 फीसदी वोट मिले थे. BJP को केरल की 20 लोकसभा सीटों में से इसी सीट पर सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत हासिल हुआ था. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि चंद्रशेखर का टिकट डिसाइड करने में हुई देरी BJP को भारी पड़ सकती है.

CPI के पन्नयन रवींद्रन 2005 के उपचुनाव में इस सीट से जीत हासिल कर चुके हैं. उनकी छवि लोगों में घुल-मिल जाने वाले की नेता की है. जहां थरूर और चंद्रशेखर उच्च-जाति समूह नायर समुदाय से आते हैं, वहीं रवींद्रन पिछड़े वर्ग से आते हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अडानी समूह के विंझिजम पोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर तटीय इलाके के लोगों में कुछ नाराजगी है. यह नाराजगी शशि थरूर और केंद्र की BJP सरकार से है. शशि थरूर इस प्रोजेक्ट का समर्थन कर चुके हैं. ऐसे में इस नाराजगी का फायदा रवींद्रन को मिल सकता है.

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