उत्तर प्रदेश विधानसभा की बहुचर्चित शिवपुर सीट पर योगी सरकार के कैबिनेट मंत्रीअनिल राजभर ने जीत हासिल कर ली है. उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अरविंदराजभर को 27,687 वोट के भारी भरकम अंतर से हरा दिया. अनिल राजभर को लगभग एक लाख 15हजार वोट मिले. वहीं अरविंद राजभर ने लगभग 88 हजार वोट अपनी झोली में डाले. लगभग 41हजार वोटों के साथ बसपा के रवि मौर्य तीसरे स्थान पर रहे. वाराणसी जिले में पड़नेवाली इस सीट पर बीजेपी ने अनिल राजभर को उतारा था. वहीं कांग्रेस ने गिरीश दुबे औरबसपा ने रवि मौर्य को टिकट दिया. इधर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और अरविंद राजभरसमाजवादी पार्टी के गठबंधन की तरफ से चुनावी मैदान में थे. शिवपुर विधानसभा पहलेचिरईगांव विधानसभा सीट हुआ करती थी. 2008 के परिसीमन के बाद यहां बदलाव हुआ. मुख्यतौर पर इस सीट पर बसपा और भाजपा का दबदबा रहा है. 1991 के चुनाव से लेकर अबतकबीजेपी चार बार इस सीट पर जीत हासिल कर चुकी है. वहीं बसपा ने भी दो बार इस सीट सेसे चुनाव जीता है. इस बीच कांग्रेस और सपा के उम्मीदवार भी एक-एक बार चुनाव जीतेहैं. जीत हासिल करने वाले अनिल राजभर योगी सरकार में मौजूदा मंत्री हैं. उन्होंनेचंदौली के सकलडीहा पीजी कॉलेज से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. वो इस कॉलेज केछात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे. उनके पिता बीजेपी विधायक रहे. पिता के देहांत के बादउन्होंने चिरईगांव से उपचुनाव लड़ा था. हालांकि, जीत नहीं पाए. फिर साल 2017 केविधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. वहीं अरविंद राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टीके अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे हैं.राजभर समाज का नेता होने की लड़ाईशिवपुर सीट का मुकाबला इसलिए दिलचस्प था क्योंकि ओम प्रकाश राजभर पहले योगी सरकारमें कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल थे. ओम प्रकाश राजभर को बर्खास्त करने के बादउनका पोर्टफोलियो अनिल राजभर को दे दिया गया था. बीजेपी ने अनिल राजभर को राजभरसमाज के नेता के तौर पर स्थापित करने की कोशिश की और अब उसमें कामयाब भी हो गई है.ओम प्रकाश राजभर ने अपने बेटे को अनिल राजभर के सामने उतारकर मुकाबला दिलचस्प करदिया. बात यहां आ गई है कि आखिर राजभर समाज का असली नेता कौन होगा. ऐसे में शिवपुरसीट के दूसरे मुद्दे उतनी प्राथमिकता नहीं रख रहे थे. पिछले विधानसभा चुनाव मेंशिवपुर सीट से बीजेपी अनिल राजभर ने भारी मतों से जीत हासिल की थी. उन्हें लगभग एकलाख 10 हजार वोट मिले थे. दूसरे स्थान पर रहे आनंद मोहन यादव को लगभग 56 हजार वोटमिले थे. वहीं बसपा के वीरेंद्र सिंह लगभग 47 हजार वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहेथे.