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मोदी सरकार-3.0 का आगाज़, कुल 72 मंत्रियों ने ली शपथ, 30 कैबिनेट मंत्री और 36 राज्यमंत्री, ये रही पूरी लिस्ट

PM Modi Oath Ceremony 2024: पिछली मोदी कैबिनेट से Amit Shah, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, S Jaishankar, निर्मला सीतरमण, पीयूष गोयल को वापस जोड़ा गया है. उनके अलावा BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अलग-अलग सहयोगी दलों के नेता ने भी शपथ ली.

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मोदी सरकार में 60 से ज्यादा मंत्री (फ़ोटो - PTI)
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सोम शेखर
9 जून 2024 (Updated: 10 जून 2024, 07:40 IST)
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Modi oath Ceremony Updates: रविवार, 9 जून की शाम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी NDA मंत्री-परिषद ने शपथ ले ली. 17वीं लोकसभा का आधिकारिक सत्र 9 जून, 2024 को ख़त्म हो रहा है और 18वीं लोकसभा इसी तारीख़ से प्रभावी होगी. प्रधानमंत्री मोदी के साथ 30 कैबिनेट मंत्री, 36 राज्य मंत्री और 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों ने शपथ ली है. हालांकि, किसके पास कौन सा विभाग होगा, ये घोषणा अभी नहीं हुई है.

नरेंद्र मोदी - सबसे पहले मंत्रियों के प्रधान (या प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने शपथ ली. पहली कैबिनेट में प्रधानमंत्री के पद के अलावा कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग भी इन्हीं के ज़िम्मे था. दूसरी कैबिनेट में भी यही ज़िम्मेदारियां थीं.

राजनाथ सिंह - पिछली सरकार में रक्षा मंत्री थे. पहली मोदी कैबिनेट में गृह मंत्री.

अमित शाह - मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृह मंत्री रहे थे. पहली कैबिनेट के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष.

नितिन गडकरी - पिछली दोनों सरकारों में सड़क व परिवहन मंत्री थे. 

जेपी नड्डा - नरेंद्र मोदी की पहली कैबिनेट में स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री थे. दूसरी के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार संभाला. इस बार कैबिनेट के सदस्य बने हैं.

शिवराज सिंह चौहान - मध्य प्रदेश के पूर्व-मुख्यमंत्री. पहली बार केंद्रीय कैबिनेट में जगह दी गई है.

निर्मला सीतारमण - पहली कैबिनेट में कुल चार पद संभाला. वाणिज्य और उद्योग मंत्री, रक्षा मंत्री, वित्त राज्य मंत्री, कॉर्पोरेट मामलों की राज्य मंत्री. दूसरी कैबिनेट में वित्त मंत्री और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री थीं.

डॉ. एस जयशंकर - मोदी 2.0 में विदेश मंत्री थे.

मनोहर लाल खट्टर - हरियाणा के पूर्व-मुख्यमंत्री. इसी साल के मार्च में पद से इस्तीफ़ा दिया. अब कैबिनेट में जगह दी गई है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया - दूसरी कैबिनेट में स्पात मंत्रालय और सिविल एवियेशन मंत्रालय सौंपा गया.

भूपेंद्र यादव - नरेंद्र मोदी के दूसरे मंत्रिमंडल में पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्री बनाए गए, और श्रम-रोज़गार मंत्री बनाए गए. 

एचडी कुमारस्वामी - कर्नाटक के पूर्व-मुख्यमंत्री. 

पीयूष गोयल - पहली कैबिनेट में रेल मंत्रायल, कोयला और खान मंत्रालय, वित्त और कॉर्पोरेट मामलों का मंत्रालय और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पदभार संभाला. दूसरी कैबिनेट में खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री, कपड़ा मंत्री, रेल मंत्री, वाणिज्य और उद्योग मंत्री रहे.

किरण रिजिजू - 2014 की कैबिनेट में गृह राज्य मंत्री थे. दूसरी कैबिनेट में इनकी ज़िम्मेदारी बढ़ी. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, युवा मामलों और खेल मंत्रालय के साथ क़ानून मंत्रालय दिया गया. बाद में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय दिया गया.

गिरिराज सिंह - पहली कैबिनेट में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार). फिर इसी मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए. फिर मोदी-2.0 में मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय दिया गया.

मनसुख मंडाविया - पहली कैबिनेट में रसायन व उर्वरक राज्य मंत्री, सड़क परिवहन व राजमार्ग राज्य मंत्री थे. पिछली कैबिनेट में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का ज़िम्मा सौंपा गया.

अश्विनी वैष्णव - दूसरी कैबिनेट में संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री थे. साथ में रेलवे विभाग का भी प्रभार संभाला था.

हरदीप सिंह पुरी - 2014 में इन्हें आवास व शहरी मामलों का राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया था. दूसरे मंत्रिमंडल में इनका पोर्टफ़ोलियो फैला. वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे, नागरिक उड्डयन मंत्री रहे, आवास व शहरी मामलों के मंत्री और पेट्रोलियम व नैचुरल गैस मंत्री बनाए गए.

धर्मेंद्र प्रधान - पहले मंत्री-परिषद में पेट्रोलियम और नैचुरल गैस मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का ज़िम्मा दिया गया. दूसरे कैबिनेट में पेट्रोलियम और नैचुरल गैस मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ स्पात मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय दिया गया.

जीतन राम मांझी - हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के संस्थापक. पहली बार के सांसद.

चिराग पासवान - लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास के नेता. तीसरी बार के सांसद. पहले बार के कैबिनेट मंत्री. 

राजीव रंजन (ललन) सिंह - नीतीश कुमार की पार्टी जद(यू) से सांसद. 

सर्बानंद सोनोवाल - असम के पूर्व-मुख्यमंत्री. पहले मंत्रि-परिषद में कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री, युवा मामलों व खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार). दूसरी कैबिनेट में आयुष मंत्रायल और बंदरगाह, नौवहन व जलमार्ग मंत्री बने.

किंजरापु राम मोहन नायडू - तेलुगु देशम पार्टी के नेता. तीसरी बार के सांसद. पहली बार मंत्री-परिषद में जगह दी गई है.

गजेंद्र सिंह शेखावत - जोधपुर से तीसरी बार के सांसद. पहली बार कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे. दूसरी कैबिनेट में जल शक्ति मंत्री बना दिए गए.

अन्नपूर्णा देवी - 2019 में दूसरी कैबिनेट में शिक्षा राज्य मंत्री बनाई गई थीं.

जीके रेड्डी - दूसरी कैबिनेट में गृह राज्य मंत्री थे. पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री और संस्कृति मंत्री भी थे.

सीआर पाटिल - तीन बार के सांसद. गुजरात भाजपा के अध्यक्ष. 

डॉ. वीरेंद्र कुमार - पहली कैबिनेट में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में, और महिला व बाल विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री थे. दूसरी कैबिनेट में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री बनाए गए.

जुअल ओराम - 2014 से 19 तक जनजातीय मामलों के मंत्री रहे. 

प्रहलाद जोशी - मोदी-2.0 में संसदीय कार्य मंत्री रहे. कोयला व खान मंत्रालय भी इन्हीं के पास था.

वीडियो: चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफ़ा दिया, अब कहां जा सकते हैं?

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