Haryana Election Results: कौन हैं चित्रा सरवरा जिन्होंने अनिल विज की जीत को 'जैसे-तैसे' बना दिया?
कांग्रेस की बागी उम्मीदवार. पार्टी ने उनकी जगह परविंदर पाल पारी को टिकट दिया, तो निर्दलीय मैदान में उतर गईं. चूंकि पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रही थीं, इसलिए कांग्रेस ने उन्हें 'पार्टी विरोधी' गतिविधियों के लिए छह साल के लिए निलंबित कर दिया. नतीजों में परविंदर तीसरे स्थान पर रहे.
हरियाणा की अंबाला कैंट विधानसभा से चर्चित भाजपा नेता और सूबे के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस की बाग़ी, स्वतंत्र उम्मीदवार चित्रा सर्वरा को 7277 वोटों से हरा दिया है. नतीजे के दिन भर दोनों के बीच कड़ा कम्पटीशन चला. बहुत समय तक चित्रा आगे भी रहीं, मगर आख़िरी राउंड्स की गिनती में पीछे होती चली गईं. जितना आज चर्चा में थीं, नतीजों से पहले भी थीं. ख़बरें तो यहां तक उड़ी थीं कि वो अनिल विज को हरा सकती हैं.
कांग्रेस की बागी उम्मीदवार. पार्टी ने उनकी जगह परविंदर पाल पारी को टिकट दिया, तो निर्दलीय मैदान में उतर गईं. चूंकि पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रही थीं, इसलिए कांग्रेस ने उन्हें 'पार्टी विरोधी' गतिविधियों के लिए छह साल के लिए निलंबित कर दिया. नतीजों में परविंदर तीसरे स्थान पर रहे.
कौन हैं चित्रा सरवरा?18 मार्च, 1975 को अंबाला कैंट में ही जन्म हुआ. राजनीति में दूसरी पीढ़ी. पिता, चौधरी निर्मल सिंह मोहरा नग्गल निर्वाचन क्षेत्र से चार बार के विधायक रहे.
चित्रा का राजनीतिक करियर 2013 में शुरू हुआ. तब अंबाला कैंट से स्वतंत्र पार्षद के रूप में चुनी गईं. बाद में कांग्रेस में शामिल हो गईं और वहां उन्होंने राज्य समन्वयक, प्रवक्ता आदि जैसे पदों पर काम किया. राज्य की एक पार्टी 'हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट' (HDF) के लिए राष्ट्रीय महासचिव प्रभारी संगठन और कोषाध्यक्ष बनीं.
अक्टूबर, 2019 में विधानसभा चुनाव लड़ा था. निर्दलीय. अनिल विज के ख़िलाफ़ दूसरे नंबर पर आईं. वोटों में लगभग 20,000 का फ़ासला.
इसके बाद आम आदमी पार्टी के साथ भी जुड़ीं. जून, 2022 से मार्च, 2023 तक राज्य में AAP के उत्तरी क्षेत्र के प्रभारी का पद संभाला. फिर अप्रैल, 2023 से राज्य के उपाध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया.
जनवरी 2024 में उन्होंने और उनके पिता ने वापस कांग्रेस जॉइन कर ली. वहां उन्होंने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के लिए राष्ट्रीय महासचिव और सोशल मीडिया प्रभारी के पद पर कार्य किया. हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया.
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चित्रा एक अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी भी हैं. कई राज्य और राष्ट्रीय खिताब इनके नाम रहे. साल 1993 में बिहार के पूर्णिया में राष्ट्रीय स्कूल वॉलीबॉल चैंपियनशिप हुई थी. उसमें हरियाणा जीता था और चित्रा जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं. उन्होंने बैंगलोर में इंडिया कैंप में भाग लिया था और 1994 में वॉलीबॉल मैचों में श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारत को रेप्रेज़ेंट तक किया.
जब राजनीति में नहीं थी, तो डिज़ाइनिंग में मुब्तिला थीं. उन्होंने एक औद्योगिक डिज़ाइनर बनने के लिए नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन से स्नातक किया था. बैंगलोर में ‘टेसेरैक्ट डिज़ाइन’ नाम की कंपनी के साथ काम शुरू किया. फिर इडिओम डिजाइन एंड कंसल्टिंग के साथ. फिर दिल्ली आईं. शुरू में एक इंडिपेंडेंट डिज़ाइन कंसल्टेंट के तौर पर, फिर इडिओम डिज़ाइन के दिल्ली दफ़्तर की डिज़ाइन हेड बनीं. वही कंपनी, जिसे 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों की डिज़ाइनिंग का काम मिला था.
चित्रा के पति दिग्विजय सिंह चहल, एक अंतरराष्ट्रीय पेशेवर गोल्फ खिलाड़ी हैं. कर्नल निरंजन सिंह के बेटे हैं. दोनों के दो बच्चे हैं.
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