Date: Oct 30, 2023
By Suryakant
मुंबई में आज से बंद हुई 'काली-पीली टैक्सी
आज आखिरी सफर
पिछले करीब 6 दशकों से काली पीली टैक्सियों के नाम से मशहूर मुंबई की 'प्रीमियर पद्मिनी' आज यानी 30 अक्टूबर से ऑफ-रोड हो गई है.
आनंद महिंद्रा का पोस्ट
आनंद महिंद्रा ने भी प्रीमियर पद्मिनी टैक्सियों के बंद होने पर पोस्ट किया. उन्होंने कहा 'वे असुविधाजनक और शोरगुल वाली थीं, लेकिन कई लोगों के लिए ढेर सारी यादें लेकर गईं.
फिएट-1100 डिलाइट
टैक्सी के रूप में प्रीमियर पद्मिनी का सफर साल 1964 में 'फिएट-1100 डिलाइट' मॉडल के साथ शुरू हुआ था. स्थानीय लोग 'डुक्कर फिएट' कहते थे.
नामकरण
1970 के दशक में मॉडल का नाम बदलकर "प्रीमियर प्रेसिडेंट" रखा गया और फिर भारतीय रानी पद्मिनी के सम्मान में "प्रीमियर पद्मिनी" नाम से पहचानी गई.
फीचर
प्रीमियर पद्मिनीज़ अपने छोटे आकार, विश्वसनीय इंजन, आसान रखरखाव के कारण लोकप्रिय थीं.
पीला और काला रंग
स्वतंत्रता सेनानी विट्ठल बालकृष्ण गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से सिफारिश की थी कि कैब के ऊपरी हिस्से को पीले रंग से रंगा जाना चाहिए ताकि उन्हें दूर से देखा जा सके.
आखिरी पद्मिनी
मुंबई की आखिरी रजिस्टर्ड प्रीमियर पद्मिनी टैक्सी के मालिक अब्दुल करीम कारसेकर है. प्रभादेवी में रहने वाले करीम की टैक्सी का रजिस्ट्रेशन नंबर MH-01-JA-2556 है.
बॉलीवुड से रिश्ता
प्रीमियर पद्मिनी को बॉलीवुड फिल्मों - 'टैक्सी नंबर 9211', 'खाली-पीली' और 'आ अब लौट चले' में भी दिखाया गया था.
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