ज्यादातर लोगों को लगता है कि थायराइड बड़ों को होने वाली समस्या है, लेकिन आपको बता दें कि यह बच्चों को भी हो सकती है.
जब आप बच्चों के खानपान की आदतों पर अच्छे से ध्यान नहीं देते हैं, तब बच्चों को थायराइडहोने के चांसेज रहते हैं.
प्रीमैच्योर बेबी जो डाउन सिंड्रोम की समस्या से पीड़ित होते हैं, उन्हें जन्मजात थायराइड की समस्या हो सकती है.
बच्चे को पूर्ण पोशक तत्व न मिलने की सूरत में खास तौर पर आयोडीन युक्त आहार की कमी के कारण थायडाइड की समस्या हो सकती है.
ऑटोइम्यून यानि वह स्थिति जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अपने ही थायराइड ग्लैंड को नुकसान पहुंचाने लगता है. इस स्थिति में भी थायराइड हो सकता है.
थायराइड होने पर बच्चों में बालों का झड़ना, आवाज कर्कश होना, कब्ज, पीरियड्स रेगुलर न होना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं.
बच्चों में थायराइड की समस्या के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. किसी भी तरह के लक्षण को नजरअंदाज न करें.
हाइपोथायरायडिज्म में हार्मोंस रिप्लेसमेंट थेरेपी और हाइपरथायरायडिज्म में बच्चों के शरीर में हार्मोंस की अधिकता को दवाइयों द्वारा कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है.