थायरॉइड ग्लैंड हमारे शरीर की एक आवश्यक ग्लैंड होती है. इसकी ज़रूरत मेटाबॉलिज्म से लेकर शरीर के विकास तक में होती है.
जब यह ग्लैंड बहुत अधिक हार्मोन बनाने लग जाती है तो इस स्थिति को हाइपरथायरॉइडिज्म कहते हैं. कम हार्मोन बनाने की स्थिति को हाइपोथायरॉइडिज्म के नाम से जाना जाता है.
थायरॉइड ग्लैंड के हार्मोन बालों को डायरेक्ट रूप से प्रभावित करते हैं. हार्मोन बनने की प्रक्रिया पर ही बाल या तो पतले होने लगते हैं, या फिर झड़ने लग जाते हैं.
थायरॉइड की वजह से सिर में गंजेपन के धब्बे उत्पन्न नहीं होते हैं, बल्कि जब आप बाल कंघी करते हैं तो वो बहुत ज़्यादा झड़ते हैं.
थायरॉइड की वजह से बाल बहुत आराम से बढ़ते हैं और बहुत अधिक मात्रा में झड़ते हैं. इसके कुछ औऱ लक्षण भी है.
वजन बढ़ना, कब्ज होना, सर्दी लगना, मूड स्विंग होना, चीजें भूल जाना जैसी बातें थॉयराइड की ओर इशारा करती हैं.
अगर आपका भी इनमें से किसी लक्षण का सामना हो रहा है तो आप डॉक्टर से मिलकर इसकी ट्रीटमेंट करा सकते हैं.
कई बार सिर्फ दवाइयों से कंट्रोल हो जाता है तो कई केसेज में डॉक्टर हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का इस्तेमाल करते हैं.