18 जून से साउथैम्पटन में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच WTC का फाइनल खेला जाएगा. उस मैच में भारत के कौन से 11 खिलाड़ी उतर सकते हैं, जानते हैं.
ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ के बाद रोहित शर्मा का पारी शुरू करना तय है. उन्होंने दो मैचों में अहम पारियां खेलीं और 32.25 की औसत से रन बनाए.
दूसरे ओपनर शुभमन गिल का स्थान फिक्स दिखता है. ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू सीरीज़ में शुभमन ने 51.80 की औसत से 259 रन बनाकर अपना दावा मजबूत किया है.
चेतेश्वर पुजारा. नाम ही काफी है. टीम इंडिया के मोस्ट डिपेंडेबल और ऑस्ट्रेलिया में भारत की जीत के रक्षक. पुजारा ने उस सीरीज़ में 271 रन बनाए.
कप्तान विराट इस टीम के नंबर चार हैं. ऑस्ट्रेलिया में एक ही टेस्ट खेला. लेकिन विराट के बिना ये टीम नहीं चल सकती. विराट की टेस्ट क्रिकेट में 52.37 की एवरेज है.
इस लिस्ट में अगला नाम है उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे. ऑस्ट्रेलिया में वो अकेले शतक बनाने वाले भारतीय थे. वैसे भी साउथैम्पटन में उनकी एवरेज कमाल की है.
बतौर विकेटकीपर ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के बाद ऋषभ पंत भारत की पहली पसंद रहेंगे. ऑस्ट्रेलिया में वो 271 रनों के साथ सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले भारतीय रहे.
भारत की प्लेइंग इलेवन का अगला नाम रविन्द्र जडेजा. जडेजा बल्ले और गेंद दोनों से टीम का काम कर सकते हैं. टेस्ट में जडेजा ने 1900 से ज़्यादा रन और 220 विकेट लिए हैं.
ऑल-राउंडर्स की बात होगी तो अश्विन टीम में रहेंगे ही. ऑस्ट्रेलिया में अश्विन ने 12 विकेट चटकाए और बल्ले से भी जीत में योगदान दिया. अश्विन की जगह टेस्ट में पक्की है.
टेस्ट क्रिकेट में 303 विकेट और 100 से ज़्यादा टेस्ट ईशांत शर्मा के अनुभव को बताते हैं. पूरी तरह फिट होकर लौटे ईशांत का WTC फाइनल में खेलना फिक्स है.
मोहम्मद शमी. पिछले कुछ सालों में भारत के सबसे इम्प्रूवड तेज़ गेदबाज़ हैं. शमी ने सिर्फ 50 टेस्ट में 180 से ज़्यादा विकेट चटकाए हैं. वो भारत के अहम पेसर रहेंगे.
पूरी सीरीज़ ना खेलने के बावजूद बुमराह ऑस्ट्रेलिया में 11 विकेट चटका गए थे. बुमराह की यॉर्कर गेंदें WTC फाइनल में पक्का दिखेंगी. टेस्ट में उनके नाम 83 विकेट हैं.