भारत में डायबिटीज के मरीज़ों की तादाद तेज़ी से बढ़ रही है. इस बीमारी में आपके ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. वजह है असंतुलित खाना और लाइफस्टाइल.
आप जो भी खाते-पीते हैं वो शरीर में जाकर ग्लूकोस में बदल जाता है. इससे सेल्स को काम करने की ऊर्जा मिलती है. असंतुलन के कारण सेल्स ऐसा नहीं कर पाते हैं.
डायबिटीज में शुगर सेल के अंदर नहीं जा पाती. वजह? इंसुलिन कम असर करता है या होता ही नहीं है. शरीर में ग्लूकज को एनर्जी में बदलने के लिए इंसुलिन जरूरी है.
नतीजा शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. शुगर खून में जमा होने लगती है. जिसे कहा जाता है हाई ब्लड शुगर. इसलिए मीठा कम या न खाने की हिदायत दी जाती है.
मिठाई पर पूरी तरह से रोक होती है. अच्छी बात यह है कि डायबिटीज में आप ज़्यादातर फल खा सकते हैं, लेकिन लिमिटेड मात्रा में. दो मील्स के बीच में फल खाएं.
तरबूज़, खरबूज़, पपीता तो खा ही सकते हैं. एक आम का आधा हिस्सा भी खा सकते हैं. एक बात का ख़ास ख्याल रखिए, खाने के साथ फल न खाएं.
शुगर फ्री बिस्किट खाने से बचें. इसमें रिफाइंड स्टार्च होता है यानी काफ़ी ज़्यादा हाई कार्बोहायड्रेट होता है. इसका असर ब्लड शुगर पर वैसा ही पड़ता है जैसे शक्कर का.
अपनी डाइट में प्रोटीन की मात्रा अच्छी रखिए. नॉन वेज खाते हैं तो अंडा, चिकन और मछली खाएं. वेज खाते हैं तो घर पर बनी पनीर, सोयाबीन और दाल खाएं.