चंद दिनों के अंदर टोक्यो ओलंपिक्स शुरू होने वाला है. हर बार की तरह इस बार भी पूरे देश की निगाहें अपने ओलंपिक खिलाड़ियों पर हैं.
भारत सरकार के साथ-साथ विभिन्न राज्य पदक जीतने वालों को प्रोत्साहन देते हैं. आइए जानते हैं कि मेडल हासिल करने पर कौन सा राज्य इस बार कितने पैसे देगा.
हरियाणा सरकार की तरफ से ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेताओं को 6 करोड़, रजत पदक वालों को 4 करोड़ एवं कांस्य विजेताओं को 1.5 करोड़ दिए जाएंगे.
उत्तर प्रदेश सरकार ओलंपिक पदक विजेताओं को स्वर्ण पदक पर 6 करोड़, रजत पदक पर 4 करोड़ एवं कांस्य पदक पर 2 करोड़ रुपए देगी.
उड़ीसा और चंडीगढ़ भी अपने विजेताओं को स्वर्ण पदक पर 6 करोड़, रजत पदक पर 4 करोड़ एवं कांस्य पदक पर 2 करोड़ रुपए देगा.
कर्नाटक व गुजरात ने स्वर्ण पदक विजेताओं को 5 करोड़, रजत के लिए 3 करोड़ एवं कांस्य के लिए 2 करोड़ की सहायता देने का ऐलान किया.
दिल्ली, राजस्थान, सिक्किम एवं तमिलनाडु की सरकारें अपने-अपने स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक विजेता खिलाड़ियों को क्रमशः 3 करोड़, 2 करोड़ एवं 1 करोड़ रुपये देंगी.
पंजाब सरकार अपने स्वर्ण पदक विजेताओं को 2.25 करोड़ देगी. सिल्वर मेडलिस्ट को 1.5 करोड़ एवं ब्रॉन्ज जीतने वालों को 1 करोड़ देगी.
हिमाचल प्रदेश एवं तेलंगाना में स्वर्ण पदक पर 2 करोड़, रजत पदक पर 1 करोड़ एवं कांस्य पदक पर 50 लाख रुपए दिए जाएंगे.
झारखंड सरकार अपने स्वर्ण एवं रजत पदक विजेताओं को क्रमशः 2 करोड़ और 1 करोड़ रुपए देगी. कांस्य पदक पर 75 लाख रुपए दिए जाएंगे.
उत्तराखंड सरकार स्वर्ण पदक विजेताओं को 2 करोड़ की धनराशि देगी. वहीं रजत एवं कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 1.5 करोड़ रुपए एवं 1 करोड़ रुपए दिए जाएंगे.
महाराष्ट्र, केरल और गोवा में ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए 1 करोड़ रुपए, रजत के लिए 75 लाख रुपए एवं कांस्य पदक के लिए 50 लाख रुपए दिए जाएंगे.
मणिपुर में रजत और कांस्य पदक जीतने वालों को 75 लाख रुपए और 50 लाख रुपए की राशि दी जाएगी. जबकि स्वर्ण पदक विजेताओं को 1.2 करोड़ रुपए दिए जाएंगे.
मेघालय, जम्मू कश्मीर एवं पश्चिम बंगाल में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 75 लाख रुपए, 50 लाख रुपए एवं 25 लाख रुपए दिए जाएंगे.