24 June 2024
Author: Shivangi
Centers for Disease Control and Prevention के एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुत्ते-बिल्ली जैसे जानवर पालने वाले ज्यादातर लोग किसी न किसी बीमारी का शिकार हो सकते हैं.
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इन जानवरों में कई तरह के बैक्टीरियल वायरस होते हैं. जो उनके काटने, खरोंचने या चाटने से फैलते हैं.
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ये बिल्लियों के पंजों से खरोंच से होता है. बार्टोनेला के इफेक्शन से शरीर में दर्द होता है और बुखार हो जाता है. इसके अलावा शरीर में दाने की समस्या भी हो जाती है.
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इस बैक्टीरिया की वजह से शरीर में ऐंठन होने लगती है. शरीर में लकवा भी मार जाता है.
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इस बीमारी E. coli नामक बैक्टीरिया से होती है. ये बीमारी कच्चा मांस खाने से होती है. पेट में दर्द, डायरिया, बुखार, शरीर में ऐंठन और उल्टियां इसके मुख्य लक्षण हैं.
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टॉक्सोप्लाजमोसिस पालतू बिल्ली के अपशिष्ट या अधपके खाने, खासकर मांसाहारी खाने से होता है. जोड़ों में दर्द, बुखार, सर्दी-खांसी और सांस लेने में समस्या जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
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इस बीमारी को पालतू जानवरों से होने वाली सबसे खतरनाक बीमारियों में गिना जाता है. फ्लू की तरह लक्षणों से बीमारी की शुरुआत होती है, जो जल्द ही बेहोशी या पैरालिसिस में बदल जाती है.
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टीबी की बीमारी भी पालतू भेड़-बकरियों से इंसानों में फैल सकती है. जानवरों की छींक, बगलम या स्किन-टू-स्किन कॉन्टेक्ट से भी ये बीमारी फैलती है.
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