निमोनिया से आप सभी अच्छे से वाकिफ होंगे. खासकर कोविड-19 संक्रमण के दौरान. क्या केमिकल निमोनिया के बारे में आपने सुना है?
यह फेफड़ों में होने वाला असामान्य इंफेक्शन है. टॉक्सिक पदार्थों के फेफड़ों में फैलने की वजह से फेफड़ों सूजन आ जाती है.
केमिकल निमोनिया धूल, गैस और धुएं के अधिक संपर्क में आने के कारण होता है. इसके कारण फेफड़ों को नुकसान तो होता ही है, कई बार शरीर के अंग भी काम करने बंद कर देते हैं.
हमारे आसपास एसी, फ्रिज या फिर अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों में इस्तेमाल की जाने वाली क्लोरीन गैस भी केमिकल निमोनिया की बड़ी वजह है.
यहां तक कि अनाज को सुरक्षित रखने वाली दवाइयों का इस्तेमाल करने और अधिक देर तक धुएं के संपर्क में रहने के कारण भी केमिकल निमोनिया होता है.
केमिकलनिमोनिया के मरीज को सूखी खांसी, सीने में दर्द, सिरदर्द, खांसी के दौरान खून आना, पेट में दर्द की शिकायत जैसे लक्षण होते हैं.
केमिकल निमोनिया का अंदेशा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. डॉक्टर आपकी स्थिति के हिसाब से इलाज करेंगे.
कई बार व्यक्ति दवाई से ही ठीक हो जाता है. वहीं गंभीर हालात में सांस लेने में परेशानी होने पर ऑर्टिफिशियल वेंटिलेशन लगाना पड़ता है.