आयुष्मान खुराना की फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी' आ रही है. ये फिल्म ट्रांसजेंडर जैसे टैबू मसले पर बात करने वाली है. जानकारी है कि वाणी कपूर फिल्म में एक ट्रांस कैरेक्टर प्ले कर रही हैं.
ऐसे में हम आपको इंडियन फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े उन लोगों के बारे में बताएंगे, जो रियल लाइफ में ट्रांसजेंडर हैं.
सत्य नागपॉल ट्रांस मैन हैं. पंजाबी फिल्म 'अंधे घोड़े दा दान' के लिए बेस्ट सिनेमैटोग्राफर का नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं. उन्होंने 'अलीगढ़' और 'घूमकेतू' जैसी फिल्मों की सिनेमैटोग्राफी भी की है.
बॉबी डार्लिंग, पंकज शर्मा के नाम से पैदा हुईं. सातवीं क्लास में उन्हें पता चला कि वो ट्रांसजेंडर हैं. फिल्म 'ताल' से उनका एक्टिंग डेब्यू हुआ. 'क्या कूल हैं हम' और 'अपना सपना मनी मनी' में भी दिखीं.
अंजली अमीर, जमशीर नाम से जन्मी थीं. वो बचपन में ही समझ गईं कि वो ट्रांस हैं. उन्होंने अपनी सर्जरी शुरू की. मलयाली सुपरस्टार ममूटी के साथ काम भी कर चुकी हैं.
कल्कि सुब्रमण्यम लड़के के रूप में पैदा हुई थीं. 16 की उम्र में समझ आया कि उनके भीतर एक स्त्री छुपी हुई है. 2011 में उन्होंने फिल्म 'नर्तकी' में लीड रोल किया.
गौरी सावंत का जन्म गणेश नाम के लड़के के तौर पर हुआ था. परिस्थितयों ने मुंबई पहुंचाया. गायत्री नाम की एक बच्ची से मिलीं. दोनों की रिलेशनशिप को देख Vicks ने उन्हें ऐड के लिए अप्रोच किया.
गज़ल धालीवाल फिल्म राइटर हैं. 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' और 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' जैसी फिल्में लिखीं. गुनराज नाम के लड़के के रूप में पैदा हुईं गज़ल सर्जरी से पुरुष से महिला बनीं.