Date: June 19, 2023
By Jyoti Joshi
बेड पर लेटे-लेटे
योगासन
बालासन
थकान दूर कर शरीर को आराम देता है. डाइजेशन के लिए मददगार है. पीठ और गर्दन में दर्द से छुटकारा दिलाता है. मांसपेशियों के दर्द में राहत.
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सुखासन
दिमाग शांत कर चिंता, तनाव और मानसिक थकान को कम करता है. बॉडी पॉस्चर बेहतर करने में मददगार. कॉलरबोन और चेस्ट को स्ट्रेच करता है.
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मार्जार्यासन
पीठ की मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी पर असर डालता है और इन अंगों को लचीला बनाने में मदद करता है. शरीर में ब्लड फ्लो को बढ़ावा देने में फायदेमंद हो सकता है.
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बितिलासन
रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाता है.पीठ के निचले हिस्से, गर्दन और कंधों के आसपास के तनाव से राहत देने में मदद करता है. बाजुओं, कंधों और कलाइयों को मजबूत बनाता है.
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नौकासन
पीठ के निचले हिस्से, पेट और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है. डाइजेशन बेहतर करने में मददगार. कमर को टोन कर वजन घटाने में भी मददगार.
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वज्रासन
ये आसन पाचन में मदद करता है. इसे खाने के बाद करने की भी सलाह दी जाती है. पैरों, टखनों और घुटने की कैप को आराम देता है और मजबूत करता है.
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पश्चिमोत्तानासन
कमर के निचले हिस्से में दर्द है तो ये मददगार साबित हो सकता है. तनाव और चिड़चिड़ापन कम करता है. पेट में जमा चर्बी भी कम करता है. पीरियड्स रेगुलेट करने में मददगार.
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