ट्राइग्लिसराइड्स हमारे खून में मौजूद एक प्रकार का फैट होता है. ट्राइग्लिसराइड लेवल बढ़ने से हृदय रोग होने का खतरा काफी बढ़ जाता है.
बहुत चीनी खाने से, शराब पीने से और ज्यादा कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करने से ट्राइग्लिसराइड लेवल बढ़ सकता हैं. कुछ दवाईयों के चलते भी ये बढ़ जाता है.
यदि आप जल्दी थक जाते हैं. स्टैमिना कम है या बॉडी कोई और संकेत दे रही है, तो आपको अपना ट्राइग्लिसराइड लेवल चेक कराना चाहिए.
ट्राइग्लिसराइड का स्तर ज्यादा हो तो सबसे पहले डॉक्टर से कंसल्ट करें. डॉक्टर की दवा के साथ आपको अपनी लाइफस्टाइल में भी बदलाव करने होंगे.
वजन को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है. रिसर्च में पता चला कि वज़न कम करने से ट्राइग्लिसराइड लेवल 20% तक कम किया जा सकता है.
वैसे तो शरीर का बॉडी मास इंडेक्स यानी BMI 25 तक सेफ माना जाता है. पर सबसे अच्छा BMI 18 ये 23 के बीच होता है. इसलिए कोशिश करें कि आपका BMI इसी ब्रैकेट में हो.
रेगुलर एक्सरसाइज करें, दिन में कम से कम 30 मिनट ब्रिस्क वॉक या हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज करें. इस सबके साथ सही डाइट लेना भी बहुत जरूरी है.
ट्राइग्लिसराइड लेवल ज्यादा होने पर अंडे, नॉन वेज या फिर ज्यादा ऑइल वाला खाना अवॉइड करें. साथ ही रेगुलर टेस्ट कराकर अपने ट्राइग्लिसराइड लेवल पर नजर रखें.
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