The Lallantop
Advertisement

साइंसकारी: चांद की मिट्टी पर पौधा उगाने के लिए कितने पापड़ बेलने पड़े?

चांद पर रोटी की चादर बिछाने के लिए पहले वहां फसल उगानी होगी.

pic
लल्लनटॉप
10 जून 2022 (Updated: 10 जून 2022, 16:23 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
Advertisement

गैंग्स ऑफ वासेपुर में पीयूष मिश्रा ने गाया है- इक बगल में चांद होगा, इक बगल में रोटियां. यहां जबरन साइंस घुसाने के लिए माफ कीजिएगा. लेकिन चांद पर रोटी की चादर बिछाने के लिए पहले वहां फसल उगानी होगी. आज से करीब 50 साल पहले इंसान ने चांद पर कदम रखा. लेकिन हमारी जात कभी वहां टिक नहीं पाई. कहीं भी टिकने के लिए तीन चीज़ें चाहिए होती हैं. रोटी, कपड़ा और मकान. कपड़ा मान लो एस्ट्रोनॉट का सूट है. मकान यानी मून बेस भी बना लिया जाएगा. लेकिन सवाल ये है कि रोटी कहां से लाएंगे. इस सवाल का जवाब मीलों लंबा है. लेकिन साल 2022 के माह-ए-मई में एक छोटा सा कदम उस तरफ बढ़ा दिया गया है. देखें वीडियो.

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement