मामूली एंड्रॉयड फोन की ये डाउनलोडिंग खूबी iPhone वालों को शर्मिंदा कर देगी!
बहुत काम की है 'साइडलोडिंग', लेकिन सावधानी के साथ.
लाख रुपये वाला iPhone जो नहीं कर सकता अगर वो एक बेसिक सा एंड्रॉयड (Android) फोन करे तो कैसा लगेगा. बुरा या बहुत बुरा वो आप खुद डिसाइड कीजिए. हम आपको फीचर बताते हैं. फीचर है ऐप डाउनलोड करने का. अब तक आपको लगेगा पक्का कुछ बकवास बताने जा रहे, क्योंकि ऐप तो दोनों प्लेटफॉर्म में डाउनलोड होते हैं. फिर वो एंड्रॉयड हो या iOS. ठीक बात है. लेकिन एंड्रॉयड में एक और जुगाड़ है. बाजू से ऐप डाउनलोड करने का. बोले तो थर्ड पार्टी मार्केट से ऐप डाउनलोड करने का. जुगाड़ काम का है, लेकिन कोई बच्चों का खेल नहीं. जरा सी चूक भारी पड़ सकती है. इसलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर करना क्या होगा.
क्या बला है 'साइडलोडिंग'?एंड्रॉयड सिस्टम के अंदर 'प्ले स्टोर' से अलग ऐप्स डाउनलोड करने का तरीका. अब जैसा नाम है वैसा ही काम है. सीधे-सीधे नहीं आना तो साइड से आ जाते हैं. लेकिन ये प्रोसेस प्ले स्टोर जितनी आसान भी नहीं. कहने का मतलब ऐप सर्च किया और फट से इंस्टॉल का बटन प्रेस कर दिया. यहां आपको जरूरत होगी APK फ़ाइल की. APK फ़ाइल मतलब Android Package Kit.
प्ले स्टोर पर कई सारे ऐप्स उपलब्ध नहीं होते. अब इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं. लेकिन इसका ये मतलब कतई नहीं कि वो काम के नहीं. कई सारे बड़े डेवलपर्स भी APK फ़ाइल उपलब्ध कराते हैं जिसमें सबसे बड़ा नाम तो WhatsApp है. वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) ‘वॉट्सऐप बिजनेस’ का APK फ़ाइल डेवलपर्स से लेकर दूसरी कई कंपनियों को उपलब्ध कराती है. कहने का मतलब कोई दिक्कत नहीं बस थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है.
कैसे डाउनलोड करें APK फ़ाइल?APK फ़ाइल का सोर्स एंड्रॉयड स्टूडियो होना चाहिए. एंड्रॉयड स्टूडियो मतलब प्ले स्टोर पर आने वाले ऐप का चेक-पोस्ट. डेवलपसर्स की जुबान में इसको ‘Integrated Development Environment’ भी कहते हैं. आसान भाषा में कहें तो सोर्स भरोसेमंद हो. वॉट्सऐप से लेकर एसएमएस, और ईमेल से आई लिंक से तो बिल्कुल नहीं.
# एक बार फ़ाइल सिलेक्ट कर ली तो वापस अपने फोन की होम स्क्रीन पर आ जाइए.
# अब सेटिंग्स का रुख कीजिए.
# 'Install Unknow Apps' को इनेबल कीजिए.
# APK फ़ाइल पर क्लिक करके या उसको ब्राउजर में पेस्ट करके इंस्टॉल कर लीजिए.
चेतावनी: अगर आपको वाकई में कोई जरूरत नहीं तो APK फ़ाइल से दूरी ही ठीक है. ऐसी फ़ाइल में वायरस से लेकर मालवेयर तक हो सकते हैं. वैसे जल्द ही ऐप्पल भी इसकी अनुमति देने वाला है.
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