Vivo V29 Pro: शानदार फोटोग्राफी, बढ़िया प्रोसेसर, मिडरेंज एंड्रॉयड मगर...
हम बात करने वाले हैं Vivo V29 Pro के लॉन्ग टर्म वाले रीव्यू की. जिसने पिछले साल यानी सितंबर 2023 के आखिर में अपने छोटे भाई Vivo V29 के साथ इंडियन मार्केट में एंट्री मारी. दोनों फोन जुड़वा टाइप मतलब देखने में एक जैसे तो हम प्रो पर फोकस करते.
मेरे पास एक फोन है. पिछले काफी दिनों से इस्तेमाल कार रहा हूँ. इतना इस्तेमाल किया कि जब फोन का डब्बा ढूंढा तो बेचारे पर कुछ दाग भी लग गए. पहले ही बता देता हूँ कि ये एक प्रीमियम मिडरेंज एंड्रॉयड है. अच्छी बिल्ड क्वालिटी है. झमाझम डिस्प्ले है और फास्ट चार्जिंग भी है. दिन और रात में, अंधेरे और उजाले में, सुबह और शाम में अच्छी फोटू भी खींचता है. नाइट वाली फोटू तो कमाल आती हैं. मतलब अगर एक बढ़िया कैमरा फोन लेना है तो बस खरीद लीजिए. लेकिन अगर-मगर के बीच में भी कुछ है. क्योंकि,
हम बात करने वाले हैं Vivo V29 Pro की. जिसने पिछले साल यानी सितंबर 2023 के आखिर में अपने छोटे भाई Vivo V29 के साथ इंडियन मार्केट में एंट्री मारी. दोनों फोन जुड़वा टाइप मतलब देखने में एक जैसे तो हम प्रो पर फोकस करते.
डिजाइन और डिस्प्लेएकदम स्लीक. मतलब बेहद पतला. ग्लॉसी बैक पैनल जिसमें मैटलिक रिम के साथ कैमरा यूनिट लगी हुई है. फोन वाकई में इतना पतला है कि लगता है कहीं हाथ से फिसल नहीं जाए. मगर यही इसका प्लस फैक्टर भी है. बोले तो ग्रिप करने में दिक्कत नहीं होती. एक हाथ से भी इस्तेमाल करना आसान है और जो साथ में आया हुआ बैक कवर लगा लिया तो फिर मौज पक्की समझिए. हालांकि कलर ऑप्शन सिर्फ दो ही मिलते हैं. हिमालियन और स्पेस ब्लैक. फोन में आपको मिलेगा 6.78 इंच का डिस्प्ले और साथ में 120 हर्ट्ज रिफ्रेश रेट का सपोर्ट भी. मतलब ऐप्स में काम करने से लेकर नेटफ्लिक्स पर चिल करते समय कोई परेशानी नहीं होने वाली.
प्रोसेसर और परफ़ॉर्मेंसVivo V29 Pro में मीडियाटेक Dimensity 8200 लगा हुआ है. दिनभर के इस्तेमाल में, यूट्यूब पर वीडियो देखते हुए या इंस्टा पर रील्स-रील्स खेलते हुए कोई दिक्कत नहीं होती. कॉन्टेंट देखते समय मजा आता है मगर स्पीकर्स का वॉल्यूम थोड़ा कम लगता है. हालांकि आवाज एकदम क्लीयर और क्रिस्प सुनाई देती है. ढेर सारे फ़ोटो खिचक-खिचक करते हुए और वीडियो बनाते हुए भी फोन गर्म नहीं होता. हां लगातार गेमिंग के बाद फोन गर्म होता है वो भी हेवी ग्राफिक्स वाले. लगातार इस्तेमाल के बाद भी फोन में लैग नहीं आता. बोले तो एकदम मक्खन है मामू.
कैमरा और बैटरीकैमरा के लिए पूरे नंबर. विशेषकर फ़ोटो वाले मामले में. नॉर्मल फ़ोटो, पोट्रेट और नाइट फोटोग्राफी. सब एक नंबर. 50 मेगापिक्सल का मेन शूटर जो OIS के साथ आता है. 12 मेगापिक्सल का पोट्रेट लेंस और 50 मेगापिक्सल का फ्रन्ट शूटर. सब अपना काम बखूबी करते हैं.
औरा लाइट भी तगड़ा रौला बनाती है. अगर वो ऑन है तो चार लोग जरूर पूछेंगे. भैया ये क्या बला है. हालांकि पोट्रेट मोड़ में डार्क कंडीशन में औरा लाइट के साथ शूट करते समय फोन हल्का गर्म हो जाता है और लाइट अपने आप ऑफ हो जाती है.
लेकिन कैमरे के मामले में फोन अपने आसपास वाले फोन्स से तो आगे है ही, साथ में अपने से अच्छे स्पेसिफिकेशन वाले फोन से भी 21 साबित होता है.
बैटरी भी पूरे दिन साथ निभाती है. जो अगर कम पड़ जाए तो साथ में आया चार्जर खोंस लीजिए. कितनी देर में फुल चार्ज होगा वो हम नहीं बताने वाले. क्योंकि इसको लेकर कई तरह की कंडीशन होती हैं. इसलिए इतना जान लीजिए की अगर जो आप चाय पीने बैठे तो फोन 50 फीसदी चार्ज हो जाएगा और नहाने-धोने निकल लिए तो वापस आते-आते 100 फीसदी चार्ज मिलेगा. सब अच्छा-अच्छा सी मगर सॉफ्टवेयर गंदा सी.
सॉफ्टवेयर और यूजर इंटरफेसयहां मुझे उतना मजा नहीं आता. फोन लेटेस्ट एंड्रॉयड पर चलता है और फनटच वाला यूजर इंटरफ़ेस भी ठीक है. ठीक है शानदार-जबरदस्त-जिन्दाबाद नहीं. वजह बेकार में भरे हुए ऐप्स मसलन ‘Hot Apps’ और ‘Hot games’. इनको डिलीट किया जा सकता है लेकिन इनका होना अखरता है. वीवो यहां थोड़ा सुधार कर ले तो कसम से एक परफेक्ट मिडरेंज स्मार्टफोन का जुगाड़ हो जाएगा.
आपके लिए क्या?बढ़िया फ़ोटो, अच्छी बिल्ड क्वालिटी वाला फोन अगर आपकी प्राथमिकता है तो खरीद लीजिए. निराश नहीं होंगे. फोन को बाजार में आए पांच महीने हो चुके हैं. रगड़ कर टेस्ट कर लिया. 35 हजार के अल्ले-पल्ले वाला फोन आपकी उम्मीद पर खरा उतरेगा. जल्द ही इसका वीडियो भी आपके सामने लाएंगे.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: कस्टम और टैक्स चोरी की आरोपी Oppo, Vivo की ED अब खटिया खड़ी करेगी