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अब UPI से 5 लाख तक पेमेंट होगा, बस एक शर्त है

RBI ने एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस और हॉस्पिटलों में UPI से पेमेंट करने की लिमिट को 5 लाख कर दिया है. इसके साथ क्रेडिट कार्ड का बकाया भुगतान करने, इन्श्योरेन्स प्रीमियम और म्यूचूअल फंड के ऑटो डेबिट की सीमा में भी कई जरूरी बदलाव किये गए हैं.

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The Reserve Bank of India (RBI) has increased the transaction limit for Unified Payments Interface (UPI) payments to hospitals and educational institutions to Rs 5 lakh from Rs 1 lakh per transaction. Further no additional factor of authentication (AFA) will be required for transactions of Rs 1 lakh for recurring payments of mutual fund subscriptions, insurance premium subscriptions and credit card repayments.
UPI पेमेंट करने वालों की बल्ले-बल्ले (तस्वीर: बिजनेस टुडे/पिक्सेल)
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सूर्यकांत मिश्रा
8 दिसंबर 2023 (Updated: 8 दिसंबर 2023, 17:29 IST)
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हॉस्पिटल से लेकर शिक्षण संस्थानों में पेमेंट के लिए UPI का इस्तेमाल करने वालों के लिए अच्छी खबर है. क्रेडिट कार्ड पेमेंट, म्यूचूअल फंड सब्सक्रिप्शन और इन्श्योरेन्स पॉलिसी का भुगतान UPI से करने वालों के लिए भी गुड न्यूज है. दोनों गुड न्यूज आई हैं RBI की तरफ से. दरअसल आरबीआई ने UPI पेमेंट से जुड़े दो अहम बदलाओं का आज ऐलान किया है. अभी तक UPI पेमेंट के जरिए जहां कुछ हजारों का भुगतान संभव था, वहीं नये बदलाव से अब लाखों रुपये का भुगतान भी पलक झपकते हो सकेगा क्योंकि...

RBI ने एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस और हॉस्पिटलों में UPI से पेमेंट करने की लिमिट को 5 लाख कर दिया है. इसके पहले UPI से सिर्फ 1 लाख रुपये का भुगतान ही हो सकता था. इसके साथ क्रेडिट कार्ड का बकाया भुगतान करने, इन्श्योरेन्स प्रीमियम और म्यूचूअल फंड के ऑटो डेबिट की सीमा भी 15 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है.

बताते चलें कि हॉस्पिटलों और शिक्षण संस्थानों में भुगतान की राशि ज्यादा होने पर अभी तक दूसरे तरीकों जैसे NEFT, RTGS या ऑनलाइन बैंक ट्रांसफर का इस्तेमाल करना पड़ता है. इस पूरी प्रोसेस में काफी वक्त जाया होता है क्योंकि अकाउंट से लेकर दूसरे डिटेल्स ऐड करना पड़ते हैं. नई व्यवस्था के आने से क्यूआर कोड या UPI आईडी के जरिए 5 लाख तक का भुगतान आसानी से हो जाएगा.

इसी तरह ऊपर बताए तीनों तरह के पेमेंट जिन्हें बैंकिंग की भाषा में recurring पेमेंट कहा जाता है, उसके लिए भी अब काम आसान हो जाएगा. आमतौर पर ऐसे पेमेंट e-mandates के जरिए होते हैं और पैसा आपके अकाउंट से ऑटो-डेबिट. अभी तक सिर्फ 15 हजार का जुगाड़ था मगर अब लिमिट पूरे एक लाख हो गई है.

हालांकि एक लाख से ज्यादा के भुगतान के लिए Additional Factor of Authentication (AFA) की जरूरत अभी भी पड़ेगी. (AFA) मतलब जैसे अभी हम गूगल और दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट में लॉगिन के लिए 2FA का इस्तेमाल करते हैं, बिल्कुल वैसे ही. मतलब अगर ऑटो-डेबिट एक लाख से ऊपर का है तो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा.

खबर समाप्त. अब चाय की चुस्की से लेकर चिंटू की फीस देने के लिए सर्र से मोबाइल निकालिए, फर्र से क्यूआर कोड स्कैन कीजिए. और अगर छोटे-छोटे UPI पेमेंट की चिंता है तो जरा यहां क्लिक कर लीजिए. 
 

वीडियो: अब UPI पेमेंट पर 1 अप्रैल से पैसे कटेंगे? आसान भाषा में पूरा सच जान लीजिए

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