बैंक खाता हो गया खाली तो UPI का ये फीचर इस्तेमाल करिए, किसी से उधार नहीं मांगना पड़ेगा!
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले दिनों यूपीआई यूजर्स के लिए क्रेडिट लाइन सर्विस ऑफर करने की मंजूरी दी थी. इसकी मदद से बैंक अकाउंट खाली होने पर भी आप झट से UPI Payment कर सकते हैं. देश के कुछ बड़े बैंकों ने इस फीचर को अपने कस्टमर्स के लिए शुरू भी कर दिया है.
डिजिटल पेमेंट का असल मजा लेना है तो UPI से अच्छा क्या हो सकता है! फोन निकाला, कैमरा चालू किया, स्कैन किया और टप्प से पेमेंट हो गया. लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आपने स्कैन किया, क्लिक किया, पिन डाला और स्क्रीन पर लिख के आता है- 'भाई साहब अकाउंट में पैसा डालेंगे तब न पेमेंट होगा'. यानी 'यू हैव इन्सफीशिएंट बैलेंस.' अब ऐसे समय में क्या करें? सैलरी का वेट करेंगे तो लेट हो जाएगा. तो इस परेशानी का भी माकूल इलाज आ गया है. 'UPI Now Pay Later'. UPI से जुड़ा वो नया फीचर जिसकी मदद से आप अपनी मौजूदा क्रेडिट लाइन के जरिए जीरो अकाउंट बैलेंस पर भी पेमेंट कर सकते हैं. यानी खाते में रुपया एक भी नहीं लेकिन पेमेंट हो जाएगा. कैसे? हम बताते हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले दिनों यूपीआई यूजर्स के लिए क्रेडिट लाइन सर्विस (UPI Now Pay Later) ऑफर करने की मंजूरी दी थी. इसकी मदद से बैंक अकाउंट खाली होने पर भी आप झट से UPI Payment कर सकते हैं. देश के कुछ बड़े बैंकों ने इस फीचर को अपने कस्टमर्स के लिए स्टार्ट भी कर दिया है.
हाल फिलहाल तक UPI का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स सिर्फ अपने सेविंग अकाउंट, ओवरड्राफ्ट अकाउंट, प्रीपेड वॉलेट और क्रेडिट कार्ड को ही यूपीआई से लिंक कर सकते थे लेकिन अब UPI लेनदेन के लिए क्रेडिट लाइन लिमिट का यूज किया जा सकता है. एक किस्म का क्रेडिट कार्ड कह सकते हैं इसको. ये तो हुई मोटा-माटी जानकारी. अब समझते हैं कि ये फीचर काम कैसे करेगा. हमने समझने के लिए ICICI बैंक के पोर्टल को खंगाला.
# पोर्टल के मुताबिक फीचर बैंक के ऐप्स या इंटरनेट बैंकिंग से इनेबल होगा.
# पोर्टल के मुताबिक फीचर अकाउंट होल्डर को ऐप के Pre-approved Loans/Offers सेक्शन के अंदर मिलेगा.
# हालांकि, ये पूरी तरह कस्टमर के क्रेडिट स्कोर और बैंक के ऊपर निर्भर करेगा.
# अगर फीचर नजर आता है तो कस्टमर को इसको इनेबल करना होगा.
# शुरुवाती दौर में कस्टमर को 7500 से 50 हजार के बीच में क्रेडिट मिलेगी जिसे 45 दिनों के अंदर चुकाना होगा.
# पोर्टल के मुताबिक अगर तय समय के अंदर भुगतान नहीं हुआ तो कस्टमर को लेट पेमेंट के साथ 42.8 फीसदी सालाना ब्याज चुकाना होगा. इस रकम पर जीएसटी भी लगेगा. ये भी जान लीजिए.
कहने का मतलब अगर आपको फंड कि जरूरत है और आप तय समय पर पेमेंट कर सकते हैं तो UPI Now Pay Later बढ़िया विकल्प है. मगर ध्यान रखें अगर वाकई में जरूरत है तो ही इसका इस्तेमाल करें. वैसे सिर्फ आवाज से या टच करके UPI पेमेंट कैसे करना है वो आप यहां क्लिक करके जान सकते हैं.
वीडियो: अब UPI पेमेंट पर 1 अप्रैल से पैसे कटेंगे? आसान भाषा में पूरा सच जान लीजिए