एंड्रॉयड स्मार्टफोन में कुछ सेटिंग्स को ऑफ रखने के बारे में हमने आपको बताया था.आपने अभी तक कुछ सेटिंग बदल भी ली होंगी और साथ में जादू का पिटारा (डेवलपर ऑप्शन)भी ओपन कर लिया होगा. सेटिंग्स ऑफ रखने से आपके फोन की परफ़ॉर्मेंस अच्छी होती है,लेकिन कमाल की बात ये भी है कि कुछ सेटिंग को ऑन रखने से भी परफ़ॉर्मेंस बेहतर होतीहै. अब स्मार्टफोन भी एक मशीन है तो सेटिंग्स में बैलेंस रखना जरूरी है.अब हम ऐसी ही कुछ जरूरी सेटिंग्स में बारे में जानेंगे जिनका आपके स्मार्टफोन पर ऑनहोना आपके लिए फायदे का सौदा होगा. एक बात का ध्यान रखिए, इन सेटिंग्स को ऑन करनेसे आपका फोन कोई पावर हाउस नहीं बनने वाला और पुराना फोन बिल्कुल नए जैसा नहीं होजाएगा, लेकिन समय के साथ आपको पहले से बेहतर अनुभव मिलेगा.सेटिंग्स ऑन करने से पहले आपको डेवलपर ऑप्शन ओपन करना होगा. यदि आपने कर रखा है तोअच्छी बात नहीं तो अब कर लीजिए. अपने एंड्रॉयड (Android) फोन की सेटिंग्स में"अबाउट फोन "(About Phone) में "बिल्ड नंबर" (Build Number) पर जाइए. आपको बिल्डनंबर पर सात बार टैप करना है. इसके बाद पिन या पासवर्ड को डालिए और जादू का पिटाराखुल जाएगा. एक चेतावनी "डेवलपर ऑप्शन" में आपको फोकट में कोई छेड़खानी नहीं करनी है.FOCUS MODEजैसा नाम है वैसा ही काम. एंड्रॉयड के इस फीचर का मतलब है आपको फोकस रखने का. सोशलमीडिया के जमाने में अपने फोन से दूर रहना नामुमकिन जैसा है. ऐसे में फोकस मोड आपकेबहुत काम का है. फोकस मोड से आप सोशल मीडिया ऐप्स को एक तय समय के लिए ब्लॉक करसकते हैं, जैसे कि ऑफिस में या कोई जरूरी काम करते वक्त. सोशल मीडिया बस एक उदाहरणहै. आप जिस ऐप को चाहें उसको अपने हिसाब से बंद कर सकते हैं. अपने फोन से ब्रेकलेने के लिए टाइम सेट कर सकते हैं. सोने के टाइम से पहले सभी नोटिफिकेशन अपने आपबंद हो जाएंगे इस मोड में. आप चाहें तो कई ऐप्स के अनावश्यक नोटिफिकेशन से भी हमेशाके लिए छुटकारा पा सकते हैं. फोन की सेटिंग्स में डिजिटल वेलबिइंग (Digitalwellbeing) में आपको फोकस का ऑप्शन मिलेगा. सबसे पहले वर्क टाइम और मी टाइम ऑप्शनमिल जाएंगे. बता दें कि अपने हिसाब से भी फोकस मोड जोड़ा जा सकता है.Focus ModeREFRESH RATEआजकल एंड्रॉयड स्मार्टफोन शानदार रिफ्रेश रेट के साथ आते हैं, जैसे कि 90 हर्ट्ज और120 हर्ट्ज. रिफ्रेश रेट तो बढ़ गया है, लेकिन क्या आप इसका पूरा मजा ले पाते हैं?शायद ऐसा नहीं होगा, क्योंकि मैक्सिमम रिफ्रेश रेट का ऑप्शन बंद होता है. आपरिफ्रेश रेट को अपने हिसाब से सेट तो कर सकते हैं, जैसे कि 90 या 120 हर्ट्ज.एंड्रॉयड आपको इसका विकल्प देता है कि आप अपने फोन में उपलब्ध सर्वाधिक रिफ्रेश रेटऑटोमैटिकली सेट कर सकें. अभी भी ज्यादातर स्मार्टफोन में रिफ्रेश रेट 60 हर्ट्ज हीसेट रहता है. वैसे ये लॉन्ग टर्म में बैटरी के लिए ठीक है, लेकिन जब शानदार रिफ्रेशरेट मिल रहा है तो यूज करना बनता है. सेटिंग्स में डिस्प्ले के अंदर आपको रिफ्रेशरेट का ऑप्शन मिलता है जहां से आप इसको मैक्सिमम पर सेट कर सकते हैं. थोड़ा और आगेजाएं तो पूरे यूजर इंटरफेस को ही हाई रिफ्रेश पर सेट किया जा सकता है. ऐसा करने कामतलब है कि ऐप्स तो हाई रिफ्रेश रेट पर चलेंगे ही, साथ में फोन का यूजर इंटरफेस भीउसके जैसा ही होगा. इस फीचर के लिए डेवलपर ऑप्शन में "Force peak refresh rate" कोइनेबल करना होगा. ये फीचर आपके फोन में हो भी सकता है और नहीं भी, लेकिन पहला ऑप्शनतो होता ही है.LIVE CAPTIONSभीड़-भाड़ में वीडियो देखना एक दर्द है, क्योंकि क्या बोला जा रहा वो ठीक से समझ नहींआता. वीडियो की भाषा से आप पूरी तरह से परिचित हैं तो शायद आपको कुछ समझ भी आए,लेकिन अन्य किसी भाषा में कुछ भी पल्ले नहीं पड़ता है. इसी परेशानी का हल है लाइवकैप्शन. एंड्रॉयड 10 ओएस के बाद के वर्ज़न से लैस सभी मोबाइल में यह फीचर मौजूदहोता है, भले वो सेटिंग्स में अलग-अलग जगह पर हो. इस फीचर को ऑन करने से वीडियो मेंजो भी बोला जा रहा है उसका टेक्स्ट स्क्रीन पर दिखने लगता है. आमतौर पर फोन कीसेटिंग्स में एक्सेसब्लिटी (Accessibility) में ये ऑप्शन मिल जाएगा. आप अपने हिसाबसे भाषा और टेक्स्ट का साइज तय कर सकते हैं. कुछ फोन में वॉल्यूम बटन को प्रेस करनेपर भी बहुत से ऑप्शन आते हैं जिसमें लाइव कैप्शन भी होता है.Live CaptionsNEARBY SHAREआईफोन यूज करने वाले एयर ड्रॉप फीचर पर इतराते रहते हैं. एयर ड्रॉप मतलब आईफोन सेआईफोन या मैकबुक पर फ़ाइल शेयर करना. कोई दोमत नहीं है कि यह बेहद ही शानदार और कामआने वाला फीचर है, लेकिन एंड्रॉयड में भी ऐसा फीचर सालों से मौजूद है. सालों सेइसलिए क्योंकि एंड्रॉयड 6 से ऊपर के किसी भी मोबाइल पर नियर बाय शेयर का फीचर होताहै. आपको बस इनेबल करने की जरूरत है. सेटिंग्स में जाकर गूगल पर टैप कीजिए औरडिवाइस एण्ड शेयरिंग में "Nearby Share" को इनेबल कर दीजिए. यहां से आप अपने डिवाइसको कोई नाम दे सकते हैं और जिस गूगल अकाउंट को यूज करना है वो भी सेलेक्ट कर सकतेहैं. फोन किसको-किसको दिखेगा वो भी तय किया जा सकता है. अब जैसे किसी फोटो को शेयरकरना है तो उसको सेलेक्ट कीजिए और बाकी सभी ऑप्शन के साथ "Nearby Share" भी दिखजाएगा. अपने पास के किसी भी फोन पर आसानी से शेयर कीजिए. आप क्विक सेटिंग्स मेंजाकर इसके लिए ऑन/ऑफ बटन भी इनेबल कर सकते हैं.Nearby ShareTOUCHSCREEN SENSITIVITYफोन अच्छे हो गए हैं तो दाम भी बढ़ गए हैं. ऐसे में आप अपने फोन को बचाने के लिएबहुत कुछ करते है जैसे कि कवर लगाना या स्क्रीन गार्ड लगाना. स्क्रीन गार्ड लगानेसे कभी-कभार आपके फोन का टच थोड़ा कम रिस्पॉन्स करता है. ऐसा होगा, ये जरूरी नहीं औरहोता भी है तो शायद आपको पता नहीं चलता, क्योंकि आमतौर पर नए मोबाइल के साथ हीस्क्रीन गार्ड लगा होता है. आपको कभी ऐसा लगे तो फोन में टच रिस्पॉन्स को बढ़ा सकतेहैं. ग्लब्स पहन कर फोन चलाने में Touchscreen Sensitivity बहुत काम आती है.सेटिंग्स में डिस्प्ले के अन्दर "Increase touch sensitivity" को इनेबल करके ऐसाकिया जा सकता है.ये तो थी कुछ सेटिंग्स जिनको ऑन रखने से आपको फायदा होगा. लेकिन हमारी पिछली स्टोरीपर कुछ साथियों ने पूछा था कि "डेवलपर ऑप्शन" ओपन तो कर लिया लेकिन क्लोज़ कैसेहोगा. बहुत आसान है. जैसे ओपन करने का प्रोसेस है वैसे ही क्लोज़ करने का. सात बार"बिल्ड नंबर" पर टैप कीजिए और आपका काम हो जाएगा.