कोविड वैक्सीन वाली ऐप से आधार-पैन जैसा डेटा लीक, बड़े-बड़े लोग लपेटे में आ गए!
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि वैक्सीनेशन के लिए डीटेल्स भरते समय जो भी डेटा दिया गया था, वो टेलीग्राम ऐप पर उपलब्ध है. मसलन, पैनकार्ड से लेकर आधार और पासपोर्ट तक.
भारत सरकार के CoWIN पोर्टल से डेटा लीक होने की खबरें आ रही हैं. कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए भारतीय यूजर्स ने अपनी जो निजी जानकारी पोर्टल पर शेयर की थी, वो टेलीग्राम ऐप पर उपलब्ध है. पूर्व और वर्तमान मंत्रियों से लेकर सीनियर पत्रकारों की निजी जानकारियां जैसे जन्म का साल, लिंग और वैक्सीनेशन सेंटर इत्यादि सोशल मीडिया पर वायरल हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और उनकी पत्नी रितु खनडूरी जो उत्तराखंड के कोटद्वार से विधायक हैं, वो भी इस डेटा लीक के शिकार हुए हैं. केंद्र सरकार की तरफ से इस मामले की जांच की बात कही गई है.
CoWIN ऐप का डेटा लीकमीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि वैक्सीनेशन के लिए डीटेल्स भरते समय जो भी डेटा दिया गया था, वो टेलीग्राम ऐप पर उपलब्ध है. मसलन, पैनकार्ड से लेकर आधार और पासपोर्ट तक. खबरों के मुताबिक, टेलीग्राम ऐप पर एक बॉट है TrueCaller. इस ऑटोमैटिक बॉट पर CoWIN ऐप में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एंटर करते ही सारे डिटेल सामने आ जाते हैं. इतना ही नहीं, अगर यूजर ने अपने मोबाइल नंबर से परिवार के सदस्यों या किसी और के लिए भी रजिस्ट्रेशन किया था, तो उनकी जानकारियां भी सामने आ रही हैं.
तृणमूल कंग्रेस के नेता साकेत गोखले ने भी ट्विटर पर कई सारे स्क्रीन शॉट शेयर किए हैं. शेयर किए गए स्क्रीनशॉट्स में पार्टी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम और कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश समेत कई लोगों की निजी जानकारी नजर आ रही है. इसके साथ ही कई वरिष्ठ पत्रकारों की जानकारियां भी दिख रही हैं. अगर बात करें CoWIN ऐप की तो इसमें लॉगिन करने के लिए OTP की जरूरत होती है. ऐसे में यूजर्स की निजी जानकारी का इस तरह सार्वजनिक होना हैरान करने वाला है.
इससे पहले साल 2021 में भी CoWIN पोर्टल के हैक होने और 15 करोड़ भारतीयों के निजी जानकारियां सार्वजनिक होने की खबर आई थी. लेकिन सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने इसका खंडन किया था. इस बार भी सरकार की तरफ से इस मामले पर बयान आया है. इंडिया टुडे से जुड़ीं मिलन शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस मामले की जांच की बात कही है. सरकार के मुताबिक, CoWIN ऐप में किसी भी यूजर का निजी डेटा कलेक्ट नहीं किया जाता है. ऐप पर सिर्फ वैक्सीनेशन से जुड़ी जानकारी ही सेव होती है.
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