Ola Electric की हालत खराब, महीने भर में 80 हजार स्कूटर सर्विस सेंटर पहुंचे, बिक्री भी घटी
Ola Electric स्कूटर के खराब होने का नंबर 80 हजार (Ola Electric Service Problem) के पार है. 80 हजार अभी तक बिके कुल स्कूटर का नहीं, पिछले साल का भी नहीं. एक साल का भी नहीं. बल्कि सिर्फ एक महीने का. इसने कंपनी की बिक्री पर भी तगड़ा ब्रेक लगाया है. पूरा मामला बताते हैं.
Ola Electric नाम पढ़कर आपको क्या याद आता है? पता है, सवाल खत्म होने से पहले आपका जवाब आ जाएगा. आप कहोगे, भई ई-स्कूटर बनाने वाली इंडियन कंपनी है. मार्केट का सबसे बड़ा शेयर इनके चक्कों में चल रहा. पिछले महीने तो ई-बाइक भी लॉन्च कर दी है. और क्या बताएं? ठीक बात है. ये वाला जवाब आपका और मेरा हो सकता है. मगर जो Ola स्कूटर चला रहे, जिन्होंने दो लाख से थोड़ा कम खर्च करके स्कूटर खरीदा है, मुमकिन है उनका जवाब होगा- दुख-दर्द-पीड़ा. Ola स्कूटर से परेशान लोगों की तमाम (Ola Electric Service Problem) कहानियां हैं, मगर इस बार आंकड़े भी आ गए हैं.
रपट आई है कि Ola Electric स्कूटर के खराब होने का नंबर 80 हजार के पार है. 80 हजार अभी तक बिके कुल स्कूटर का नहीं, पिछले साल का भी नहीं, एक साल का भी नहीं, बल्कि सिर्फ एक महीने का. इसने कंपनी की बिक्री पर भी तगड़ा ब्रेक लगाया है. पूरा मामला बताते हैं.
अबकी बार 80 हजारअंग्रेजी अखबार Mint की रिपोर्ट के मुताबिक Ola Electric के खराब होने का नंबर 80 हजार के पार है. कई-कई सर्विस सेंटर्स पर एक दिन में 6 से 7 हजार स्कूटर रिपेयर होने आ रहे हैं. सर्विस टीम्स से संभाला नहीं जा रहा है. इसलिए कंपनी ने एक नई सर्विस टीम बनाई है जो सर्विस की निगरानी करेगी. मतलब डिब्बे के अंदर डिब्बा नहीं बल्कि डिब्बे के ऊपर एक और डिब्बा.
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खराब सर्विस का असर कंपनी की बिक्री पर भी पड़ा है. गुजरा हुआ अगस्त का महीना कंपनी के इतिहास का सबसे बेकार महीना साबित हुआ है. अगस्त महीने में कंपनी ने 27506 स्कूटर की बिक्री की. जुलाई के मुकाबले 34 फीसदी कम. ई-स्कूटर के मार्केट में कंपनी की हिस्सेदारी भी 39 फीसदी से गिरकर 31 फीसदी रह गई है.
80 हजार का आंकड़ा पढ़कर शायद आपको लगे कि इत्ती बड़ी कंपनी है, मैनेज कर लेगी. तो जनाब कंपनी ने आजतक 680,000 स्कूटर बेचे हैं. इस हिसाब से लगभग 12 फीसदी व्हीकल तो सर्विस सेंटर पर पड़े हुए हैं. हालांकि, ऐसा भी नहीं है कि सर्विस सेंटर कम हैं. कुल जमा 430 सर्विस सेंटर ओपन हैं. ऐसे में सवाल है कि गरारी मतलब स्पीड कहां स्लो हो गई? जवाब है स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता. एक दिन दो दिन हफ्ता नहीं बल्कि महीनों गुजर जाते हैं स्पेयर पार्ट्स आने में. एक बड़े YouTuber ने आपबीती बताई थी कुछ महीने पहले. मेल पर मेल किए तब जाकर कहीं स्पेयर पार्ट आया था. इसके साथ बैटरी डेड होना, बीच रास्ते ऐप क्रेश होना, रियर व्हील का ब्लॉक हो जाना भी बड़ी दिक्कत है.
इस पूरे मसले और Ola समेत बाकी इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनियों की तमाम दिक्कतों पर हमने डिटेल में बात की है. आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं. रही बात सर्विस टीम की तो उसका पता कुछ दिनों में चल ही जाएगा.
इस संबंध में मिंट ने कंपनी से जवाब मांगा, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. हमने भी कंपनी से संपर्क किया है, जवाब मिलते ही स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.
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