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Nvidia के नंबर बनते ही Jensen Huang की दौलत एक दिन में 333749600000 रुपये बढ़ गई!

Jensen Huang की सम्पति सिर्फ एक दिन में इतनी बढ़ गई जिसकी कल्पना करने में भी कैलकुलेटर फेल हो जाए. अरबपति तो पहले से ही थे, मगर मंगलवार यानी 18 जून को जब उनकी कंपनी Nvidia दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी तो उसी दिन उनकी नेट वर्थ में 33 हजार करोड़ का इजाफा हो गया.

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Shares of Nvidia climbed around 3.5% on Tuesday, pushing its market value to about $3.34 trillion. With this leap, Nvidia has dethroned Microsoft and Apple.
एक दिन में 33 हजार करोड़ का इजाफा.
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सूर्यकांत मिश्रा
19 जून 2024 (Published: 15:39 IST)
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नीतू कपूर और ऋषि कपूर की फिल्म के गाने से लाइन उठानी है, 'ये तो होना ही था'. हिन्दी में कहें तो अवश्‍यंभावी और अंग्रेजीदां होना है तो inevitable. ये सब कुछ जिसके बारे में है उसके अपन जबरा फैन हैं. इसलिए अगर तारीफ ज्यादा हो जाए तो माफी. काले कलर की लैदर जैकेट में नजर आने वाला ये आदमी आज टेक जगत का पोस्टर बॉय है. महाशय की कंपनी Nvidia ने Microsoft और Apple जैसे दिग्गजों को पीछू छोड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान (Nvidia become the world's most valuable company) कंपनी बन गई है. लेकिन ये खबर का सिर्फ हिस्सा है.

क्योंकि असल खबर तो है Nvidia के सीईओ Jensen Huang की सम्पति. मिस्टर Huang की सम्पति सिर्फ एक दिन में इतनी बढ़ गई जिसकी कल्पना करने में भी कैलकुलेटर फेल हो जाए. अरबपति तो पहले से ही थे, मगर मंगलवार यानी 18 जून को जब उनकी कंपनी Nvidia दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी तो उसी दिन उनकी नेट वर्थ में 4 बिलियन डॉलर (लगभग 33 हजार करोड़) का इजाफा हो गया. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कौन हैं ये बंधु.

फीनिक्स पक्षी या कहें बाजीगर

फर्श से अर्श तक, फीनिक्स पक्षी, हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं. इसके साथ कोई और कहावत, मुहावरा या फिल्म का डायलॉग आपको याद आ रहा है तो दन्न से अपने मन में बोल डालिए. क्योंकि ये सब Jensen Huang पर फिट बैठता है. साल 2022 में जहां इनकी कंपनी का मार्केट कैप 2021 के 735 बिलियन डॉलर से तकरीबन 50 फीसदी गिरकर 364 बिलियन डॉलर आ गिरा था, वहीं आज की तारीख में उनकी कंपनी की मार्केट वैल्यू 3.34 ट्रिलियन डॉलर है. ट्रिलियन में कितने जीरो होंगे उसमें सिर खपाने से अच्छा इतना जान लीजिए कि इस फिगर तक अभी सिर्फ उंगलियों में गिनने लायक कंपनियां ही पहुंच सकी हैं. मसलन एप्पल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट. चिप बनाने वाली तो Nvidia पहली है. लो जी चिप से याद आया कि कंपनी भले चिप बनाती है मगर इसके इस लेवल पर पहुंचने में इसका कोई खास योगदान नहीं.

सांकेतिक तस्वीर GPU

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GPU की फोर्स का कमाल

Nvidia जो सेमीकंडक्टर और GPU बनाती है. सेमीकंडक्टर का गेम अभी जस का तस है, मगर GPU मतलब Graphics Processing Unit में आग लगी हुई है. और ये आग लगाई है AI ने. वही AI जिसे असल में दरवाजा खटखटाते अभी डेढ़ साल ही हुए हैं. याद कीजिए दिसंबर 2022 जब OpenAI का चैट GPT पब्लिक के लिए उपलब्ध हुआ. तभी दुनिया ने जाना कि AI क्या कमाल की चीज है. इसके बाद गूगल का Gemini और माइक्रोसॉफ्ट का Copilot भी लॉन्च हुआ.

ये सिर्फ उदाहरण हैं क्योंकि AI बेस्ड ऐप्स और चैटबॉट की लाइन लगी हुई है. इन्हीं चैटबॉट को चलाने के लिए चाहिए होता है GPU. उनके सिस्टम से लेकर क्लाउड स्टोरेज तक को. मसलन चैट जीपीटी के एक मॉडल को ट्रेंड करने के लिए 10,000 जीपीयू यूनिट्स की जरूरत पड़ी थी. इस GPU के मार्केट के 80 फीसदी हिस्से पर Nvidia का कब्जा.

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