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WhatsApp, ई-मेल और SMS में आए लिंक्स फ़र्ज़ी हैं या नहीं, ऐसे पता चलेगा

क्या करें अगर कोई फ़र्ज़ी लिंक आपके इनबॉक्स में या फिर WhatsApp में आ ही जाए. कुछ तरीके हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं. सब हम बताते हैं. मगर पहले आपको एक काम करना है.

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 How to check spam links received on WhatsApp emails or SMS
फर्जी लिंक पता करने का तरीका (तस्वीर: सोशल मीडिया)
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सूर्यकांत मिश्रा
19 जनवरी 2024 (Published: 17:48 IST)
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अंग्रेजी का कितना सुंदर शब्द है Link (लिंक). अर्थ है जोड़ना. शब्द के साथ ही पॉजिटिव वाइब्स आती हैं. मगर तभी तक, जब तक ये मोबाइल के एसएमएस बॉक्स, ईमेल या फिर WhatsApp में नजर नहीं आए. आप समझ ही गए होंगे कि हम फर्जीवाड़े वाली लिंक की बात कर रहे. वही लिंक जो साइबर क्राइम, ऑनलाइन फ्रॉड के लिए आती है. मकसद अकाउंट खाली करने से लेकर, डेटा उड़ाना और ब्लैकमेलिंग तक हो सकता है. इसके बारे में हमने आपको कई बार बताया है. मगर तब क्या हो, जब ऐसा कोई लिंक आपके स्मार्टफोन (spam link in WhatsApp) में दाखिल हो जाए. मतलब,

क्या करें अगर कोई फर्जी लिंक आपके इनबॉक्स में या फिर वॉट्सऐप में आ ही जाए. कुछ तरीके हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं. सब हम बताते हैं. मगर पहले आपको एक काम करना है.

आपने घबराना नहीं है.

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क्योंकि जो आप घबरा गए, तो कांड होना तय है. 

# लिंक अगर अंजान सोर्स से आया है, मतलब ऐसे मोबाइल नंबर से जो आपके पास सेव नहीं है, तो सबसे पहले देखे कि क्या नंबर +91 98211 XXXXX से स्टार्ट हो रहा है. अगर नहीं तो फिर उस नंबर को पहली फुरसत में ब्लॉक करें. मतलब नंबर इंडिया का नहीं है तो झोल ही है. ऐसा नहीं है कि इंडियन नंबरों से फ्रॉड नहीं होते लेकिन बाहर के नंबर से तो दूरी ही भली.

# अब मान लेते हैं कि नंबर इंडियन है और आपके कॉन्टेक्ट में सेव भी है तो क्या करें. मतलब अगर लिंक किसी यार, मित्र, दोस्त, सखा, बंधु ने भेजा है तो टेंशन नक्को! अगर आप ऐसा सोचते हैं तो रुक जाइए जनाब. लिंक के मामले में भरोसा नहीं करें. हो सकता है कि सामने वाले का फोन हैक हो रखा हो. ऐसा होना कोई बड़ी बात नहीं है. कितने ही बार परिवार से लेकर दोस्तों के नंबर से, सोशल मीडिया अकाउंट से ऐसे लिंक शेयर होने के मामले देखे गए हैं.

इसलिए लिंक अपनों के द्वारा शेयर किया गया है और वो फर्जी लग रहा है, तो सीधे सामने वाले को फोन घुमा लीजिए. पूछिए कि क्या भेजा है. इनबॉक्स में या फिर DM में लिंक क्यों भेज रहे. ऐसे ही बताओ क्या बात है. ये तो हुई बेसिक सावधानी. सिर्फ इतना करने से ही कई तरह के फ्रॉड से बचा जा सकता है. लेकिन जो लिंक सामने दिख रहा है, दोस्त का नंबर नहीं लग रहा या फिर अंजान नंबर है, तो फिर क्या करें.

virustotal.com पर जाएं. ये वेबसाइट फर्जी लिंक का कच्चा-चिट्ठा खोलती है. लिंक कॉपी कीजिए और इस वेबसाइट पर पेस्ट. इंटर मारते ही सब सामने. एक बात का ध्यान रखें. लिंक कॉपी करें. लॉंग प्रेस करने से कॉपी का ऑप्शन आ जाता है. क्लिक गलती से भी नहीं करना है. हमने अपनी एक खबर को पेस्ट करके देखा. सब ग्रीन-ग्रीन दिखा. मतलब सब चंगा सी.

आप इसी वेबसाइट पर फ़ाइल भी स्कैन कर सकते हैं. माने कि कोई फ़ाइल जो डिवाइस में है, फिर ऐसे ही किसी ने शेयर की है और आपको शक है तो चेक कर लीजिए.

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