आधा घंटा. बस आधा घंटा ही चाहिए अपनी खुद की वेबसाइट बनाकर चालू करने के लिए. औरथोड़े पैसे भी. बहुत ज़्यादा नहीं, बस साल के लगभग 4,000-4,500 रुपए. ये वेबसाइट आपकाब्लॉग हो सकता है, फ्लिपकार्ट और ऐमज़ॉन जैसी ई-कॉमर्स वेबसाइट हो सकती है या फ़िरआपके बिज़नेस की जरूरत के हिसाब से भी हो सकती है. हम आपको बताएंगे कैसे आप 5 आसानस्टेप्स में अपनी खुद की वेबसाइट बनाकर खड़ी कर सकते हैं.स्टेप 1: आइडिया और उसका नामअगर आप वेबसाइट बनाने की सोच रहे हैं, तो आपके पास एक क्लियर प्लान होना चाहिए किये किस चीज़ के लिए है. सबसे ज़रूरी आइडिया है. आपकी वेबसाइट आपको ऐड्वर्टाइज़्मेन्टकी मदद से पैसा कमाकर दे सकती है, आपके बिज़नेस को चालू कर सकती है या फ़िर पहले सेचलते आ रहे बिज़नेस को बढ़ा सकती है.मगर आपकी वेबसाइट एक वक़्त पर एक ही काम कर सकती है. एक ट्रैवल ब्लॉग पर कोई मूवी केरिव्यू किसी को नहीं चाहिए, एक एजुकेशन से जुड़े पोर्टल पर जिम या फ़िटनेस की बातेंगले से नहीं उतरेंगी, हाथ से बनाए हुए स्वेटर बेचने वाली वेबसाइट पर स्टॉक और शेयरमार्केट की बातें अटपटी लगेंगी. एक आइडिया पर फोकस होइए और फ़िर उसका नाम सोचिए.आपकी वेबसाइट की जान उसका नाम ही है.नाम ऐसा होना चाहिए जो छोटा हो, स्पेलिंग आसान हो और एक बार में ही बताने पर लोगोंको याद हो जाए. नाम को लेकर जल्दबाज़ी कतई न करें, भले इसके लिए आपको पूरा महीनासोच-विचार करना पड़ जाए. जो भी नाम सोचिए, उसे गूगल पर सर्च कर के देखिए कि कहीं उसीनाम से पहले से कोई बिज़नेस, कंपनी, या वेबसाइट तो नहीं चल रही. साथ ही आपको एक नहींकम से कम दो तीन नाम लिखकर रख लेने चाहिए. क्योंकि डोमेन लेने के टाइम पर पता चलताहै कि वो नाम किसी और ने खरीद रखा है.स्टेप 2: डोमेन खरीदिएवेबसाइट का डोमेन नेम खरीदना पड़ता है.डोमेन यानी कि आपकी वेबसाइट का नाम. जैसे लल्लनटॉप की वेबसाइट का डोमेन नेमthelallantop.com है. ये आपको खरीदना होता है. मगर ये खरीद सब्जी खरीदने जैसा नहींहै, बल्कि ऐमज़ॉन के प्राइम सब्स्क्रिप्शन जैसा होता है. आपको साल के हिसाब से इसकेलिए पैसा देना होता है.आप जितने लंबे टाइम के लिए खरीदेंगे आपको डोमेन उतना ही सस्ता पड़ेगा. डोमेन लेने केलिए आप GoDaddy और BigRock जैसी सर्विस का इस्तेमाल कर सकते हैं. हमने Godaddy परडोमेन का नाम सर्च किया जो मौजूद था. मतलब कि इसे किसी ने पहले से ले नहीं रखा था.इसकी कीमत एक साल के लिए 899 रुपए दिखा रहा है, मगर 2 साल की खरीद पर डोमेन का कुलखर्च 1248 रुपए है.जितने लंबे टाइम के लिए डोमेन लेंगे ये उतना ही सस्ता पड़ेगा.डोमेन को कार्ट में जोड़कर आप साल बदल-बदल कर चेक कर सकते हैं कि साल, दो साल, तीनसाल का सब्स्क्रिप्शन कितने रुपए का पड़ेगा. कोशिश यही करिए कि आप .com वाला डोमेनखरीदें. कुछ लग्जरी डोमेन थोड़े महंगे पड़ेंगे. कोशिश करिए कि आप सस्ता मगर बढ़ियाडोमेन लें, क्योंकि महंगा डोमेन हर साल आपका ज़्यादा पैसा खर्च करवाएगा.स्टेप 3: होस्टिंग लीजिएअपनी वेबसाइट को चलाने के लिए आपको होस्टिंग भी लेने की जरूरत होगी. इसे अपनीवेबसाइट का घर समझिए, वो जगह जहां इसका सारा डेटा स्टोर रहता है. होस्टिंग की ज़रूरीसभी के लिए अलग होती है.होस्टिंग के अलग-अलग प्लान कुछ इस तरह दिखते हैं.हमारे एक्सपीरियंस में वर्डप्रेस की मदद से वेबसाइट बनाना सबसे आसान है, फ़िर चाहेवो ब्लॉग हो, कोई सिम्पल सा पेज हो या फ़िर ई-कॉमर्स वेबसाइट हो. इसलिए हम आपको इसीके लिए होस्टिंग लेने का तरीका बता रहे हैं. जिस वेबसाइट से अपने डोमेन लिया है,वहीं आपको होस्टिंग का भी ऑप्शन दिखेगा. आप इसमें वर्डप्रेस-होस्टिंग का ऑप्शनचुनिए. आपके सामने 3-4 प्लान आ जाएंगे. हर प्लान के नीचे आपको ये लिखा हुआ मिलेगाकि उसके अंदर क्या-क्या फ़ायदे हैं.अगर आप एक छोटा स ब्लॉग शुरू कर रहे हैं, तो शुरुआत में महंगी होस्टिंग लेने कीजरूरत नहीं है. नीच लगी हुई पिक्चर में आपको 149 रुपए महीना वाला प्लान दिख रहा है,जिसमें बस 30GB स्टोरेज और इसकी परफॉरमेंस ऐसी है कि ये तब तक बढ़िया काम करेगी, जबतक आपकी वेबसाइट पर महीने के 25,000 विज़िटर ही आ रहे हैं.एक बार आपकी वेबसाइट पर अच्छा ट्रैफ़िक आने लग जाए तब आप होस्टिंग बदल भी सकते हैं.अगर आपका काम भारी-भरकम है, जैसे ई-कॉमर्स वेबसाइट वग़ैरह वाला तब आपको महंगीहोस्टिंग की जरूरत पड़ेगी. होस्टिंग के रेट भी वैसे ही हैं जैसे डोमेन के रेट. जितनेज़्यादा टाइम के लिए खरीदेंगे उतना ज़्यादा सस्ता पड़ेगा.होस्टिंग भी जितने ज़्यादा टाइम के लिए लेंगे उतनी ही सस्ती पड़ेगी.यहां लगी हुई पिक्चर में आपको 149 रुपए महीना लिखा हुआ दिख रहा है, मगर ये असली रेटनहीं है. ये रेट तब लागू होगा जब आप होस्टिंग 3 साल के लिए लेंगे. और ये पूरा पैसाआपको एक साथ देना होगा. नीचे लगी हुई पिक्चर में देखिए कि कैसे एक साल की होस्टिंगलगाने पर रेट 299 रुपए महीना के हिसाब से जुड़ा है.स्टेप 4: वर्डप्रेस अकाउंट और थीमआपकी डोमेन और होस्टिंग सर्विस आपको वर्डप्रेस पर अपनी वेबसाइट बनाने का ऑप्शनदेगी. आपको यहीं से वर्डप्रेस पर अकाउंट बनाना है और एक थीम चुनना है. घर के लिएजैसे बहिरी दीवारें होती हैं वैसे ही वेबसाइट के लिए थीम. ये आपकी वेबसाइट का ढांचाहै जिसके प्लास्टर चढ़ेगा, पेंट होगा और साज-सज्जा होगी.आप वर्डप्रेस में लेफ्ट साइड में दिए हुए पैनल में Appearance पर क्लिक करिए. अबThemes में जाइए. यहां पर आपको पहले से एक-दो थीम पड़ी हुई मिलेंगी. आप ऊपर की तरफ़Add Theme पर क्लिक करिए. यहां पर आपको पॉपुलर और लेटेस्ट थीम नज़र आएंगी. कुछ थीमफ़्री हैं और कुछ पैसे से मिलती हैं. कई सारी अच्छी थीम के फ़्री और प्रो वर्ज़न भीहोते हैं. प्रो में पैसे लगते हैं और आपको एक्स्ट्रा फीचर मिलते हैं.वर्डप्रेस की थीम.थीम पर लगने वाला पैसा बस एक बार का होता है. आप गूगल पर सर्च करके अपनी पसंद कीफ़्री थीम ढूंढ सकते हैं. फ़िर इसे वापस से वर्डप्रेस में ढूंढकर इंस्टॉल करिए औरऐक्टिवेट कर लीजिए. अब आप चाहें तो अपनी वेबसाइट पब्लिश कर सकते हैं या फ़िर इसेकस्टमाइज़ करने के बाद पब्लिश का बटन दबा दीजिए.स्टेप 5: थीम को कस्टमाइज़ कीजिएअब आपकी वेबसाइट की चार-दीवारी खड़ी हो गई है. अब आपको इसे कस्टमाइज़ में जाकर अपनेहिसाब से ढालना है. वेबसाइट का लोगों, आइकन वग़ैरह तैयार करके सेट करना है. कौन सीचीज़ कहां पर होनी चाहिए, ये फ़ैसले लेने हैं. और कुछ ज़रूरी प्लगइन इंस्टॉल करने हैं,जैसे SEO के लिए Yaost SEO या All in One SEO. आपकी वेबसाइट की जरूरत के हिसाब सेआपको अलग-अलग प्लगइन और अलग-अलग सेटिंग की जरूरत पड़ेगी. जैसे ई-कॉमर्स वेबसाइट केलिए पेमेंट सिस्टम का प्लगइन, ब्लॉग वाली वेबसाइट के लिए permalink का सेटअपवग़ैरह-वग़ैरह.आप थीम को कुछ इस तरह एडिट कर सकते हैं.बस ध्यान रखिए कि प्लगइन बहुत ज़्यादा नहीं होने चाहिए वरना वेबसाइट स्लो हो जाएगी.वेबसाइट को कस्टमाइज़ करना ही वेबसाइट बनाने का मेन हिस्सा है. अगर कुछ इधर उधर होगया तो आपकी पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. थीम को कस्टमाइज़ करने से पहले थोड़ारिसर्च कर लीजिएगा. अपनी वेबसाइट के एडिटर में जाने के लिए आप अपनी वेबसाइट केअड्रेस के बाद /wp-admin लगाकर एंटर मार दीजिए और लॉगिन डीटेल डाल दीजिए.