13 अप्रैल 1919 को हुए जलियांवाला बाग़ हत्याकांड का आदेश जिसने दिया था उसका नाम था– रेजिनाल्ड एडवर्ड डायर जो अपने जीवन के आखिरी सालों के दौरान पक्षाघात और अन्यबिमारियों के चलते अपंग हो चला था. 1927 में मस्तिष्क रक्तस्राव से उसकी मृत्यु होगई. उसने अपनी मृत्यु पर कहा था,‘इतने सारे लोग जो अमृतसर की स्थिति को जानते थे,कहते हैं कि मैंने सही किया. लेकिन बहुत से लोग कहते हैं कि मैंने गलत किया. मैंमरना चाहता हूं और उसके बाद केवल अपने निर्माता से जानना चाहता हूं कि क्या मैंनेसही किया या गलत?‘ वहीं दूसरी ओर इंग्लैंड जाकर जिसकी हत्या उधम सिंह ने की थी उसकानाम माइकल फ्रेंसिस ओ’ ड्वायर था. वो जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के समय पंजाब कागवर्नर था और उसने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड उचित ठहराया था. इसी के चलते उसेउधमसिंह ने उसी के देश में जाकर मारा. 4 जून 1940 को उधमसिंह को माइकल फ्रेंसिस ओ’ड्वायर की हत्या का दोषी करार दिया गया और 31 जुलाई 1940 को पेंटनविले जेल में उसेफांसी दे दी गई. दोनों के नाम में काफी समानता के चलते (डायर – ड्वायर) आज भी लोगकन्फ्यूज़ हो जाते हैं.