जब एक्ट्रेस के पिंक जूते पहन एयरपोर्ट तक गए युवराज़, मजेदार है बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी का ये क़िस्सा!
युवराज सिंह 2007-08 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी का हिस्सा थे. इसी टूर के दौरान एक बार उन्हें एक एक्ट्रेस के पिंक जूते पहन, एयरपोर्ट तक आना पड़ा था. युवराज ने अब ये मजेदार क़िस्सा शेयर किया है.
युवराज सिंह ने एक क़िस्सा शेयर किया है. टीम इंडिया के 2011 वर्ल्ड कप के हीरो रहे युवी का ये क़िस्सा 2007-08 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी का है. भारत के लिए 40 टेस्ट खेले युवराज का रेड बॉल करियर उतना शानदार नहीं रहा है. कई मौके मिलने के बावजूद वह टेस्ट टीम का अहम हिस्सा नहीं बन पाए.
बता दें कि युवी ने जिस सीरीज़ का क़िस्सा शेयर किया. वह पहले से ही बहुत चर्चित रही है. इसी सीरीज़ के दौरान सिडनी में मशहूर 'मंकीगेट' वाला कांड हुआ था. जिससे हरभजन सिंह बड़ी मुश्किल से पीछा छुड़ा पाए. और युवी के इस क़िस्से में भी ऐसा ही कुछ है. युवी भी किसी से आसानी से पीछा नहीं छुड़ा पाए थे.
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क्लब प्रैरी फ़ायर पॉडकास्ट में आए युवी ने बताया कि उस वक्त वह एक एक्ट्रेस को डेट कर रहे थे. और टूर के समय में वह एक्ट्रेस भी ऑस्ट्रेलिया में ही थी. युवराज ने बताया,
'मैं एक एक्ट्रेस को डेट कर रहा था, मैं उनका नाम नहीं लूंगा. वह आजकल बहुत अच्छा कर रही हैं और काफी अनुभवी हैं. तो वह एडिलेड में शूटिंग कर रही थीं. मैंने उनसे कहा, सुनो कुछ दिन मुलाकात नहीं करते हैं. क्योंकि मैं ऑस्ट्रेलिया टूर पर हूं और मुझे फ़ोकस करने की जरूरत है. वह कैनबरा तक मेरे पीछे आ गईं.
पहले दो टेस्ट्स में मेरे से रन ना बने. मैंने कहा- तुम यहां कर क्या रही हो? जवाब में वह बोलीं- मैं तुम्हारे साथ वक्त बिताना चाहती हूं. रात में हम मिले और बातचीत हुई. मैंने उनसे कहा कि तुम्हें अपने करियर पर फ़ोकस करने की जरूरत है और मुझे अपने. क्योंकि मैं ऑस्ट्रेलिया टूर पर हूं और आपको इसका अर्थ पता है. ख़ैर, हम कैनबरा से एडिलेड के लिए निकल रहे थे और उसने मेरा सूटकेस पैक किया.'
युवराज ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा,
'सुबह में मैं अपने जूते खोज रहा था. उसने जवाब दिया- मैंने उन्हें पैक कर दिया. मैंने कहा- मैं बस तक कैसे जाऊंगा. जवाब आया- मेरे पहन लो. उनके पास पिंक कलर के स्लिप-ऑन शूज़ थे. मुझे वो पहनकर ही बस तक जाना पड़ा. मारे शर्म के मैंने अपना बैग जूतों के आगे कर, उन्हें छिपाने की कोशिश की. लेकिन लड़कों ने देख लिया, तालियां बजाई. मुझे वो पिंक जूते एयरपोर्ट तक पहनने पड़े. वहां जाकर मैंने चप्पलें खरीदीं.'
बता दें कि युवराज के लिए यह दौरा भूलने लायक ही रहा. यहां उन्हें सिर्फ़ दो टेस्ट मैच खेलने को मिले. इन मैचेज़ की चार पारियों में उन्होंने कुल 17 रन ही बनाए. इस सीरीज़ में खेले सभी खिलाड़ियों में युवी से कम रन बस शॉन टेट और ज़हीर खान के नाम रहे. भारत ने यह सीरीज़ 2-1 से गंवाई थी. चार टेस्ट की सीरीज़ का एक टेस्ट ड्रॉ भी रहा था.
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