'पिच क्यों बदला...', कहने वालों को पाकिस्तान के इन खिलाड़ियों ने कायदे से सुना दिया!
Shoaib Malik और Misbah Ul haq जैसे पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर्स ने पिच को लेकर सवाल उठाने वालों को सही से हौंका है.
इंडियन क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड (IND vs NZ) को हराकर वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बना ली. मैच एकदम जबरदस्त हुआ. दोनों टीम ने 300 रन के आंकड़े को पार किया. और उन लोगों को करारा जवाब दिया, जिन्होंने मैच से पहले पिच (Wankhede Pitch) को लेकर सवाल उठाए थे. हालांकि, आलोचकों को ICC ने पहले ही हौंक दिया था. और रही सही कसर पूरी कर दी है, शोएब मलिक (Shoaib Malik) और मिस्बाह उल हक (Misbah Ul haq) जैसे पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर्स ने.
दरअसल, मैच से पहले ये बात सामने आई कि वानखेड़े स्टेडियम में पहले से तय पिच बदल दी गई है. ऐसा कहा गया कि BCCI ने इस मैच को जानबूझकर स्लो पिच पर कराने का फैसला किया है, ताकि इंडियन स्पिनर इसका फायदा उठा सके. लेकिन मैच में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला. मैच के पहले पिच को लेकर पाकिस्तान के कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने सवाल किए थे, लेकिन बाद में दिग्गज खिलाड़ियों ने पिच की खूब तारीफ की. मिस्बाह उल हक ने कहा,
''ये बहुत ही अच्छी पिच थी. वनडे पिच जैसी होनी चाहिए, ठीक वैसी ही थी. ना इस पर गेंद ज्यादा स्पिन हुई, ना ही पिच स्लो थी और ना ही इसमें असमान्य उछाल थी. इस पिच पर बैटिंग करने में कोई दिक्कत नहीं हुई. सेकेंड इनिंग में भी बैटिंग आसान हो, इसलिए शायद घास को कम किया गया. मैच के दौरान नजर भी आया कि दोनों टीम के पास बराबर मौका था. न्यूजीलैंड अगर पहले बैटिंग भी करती तब भी वही टीम जीतती, जो बेहतर खेलती. ऐसे में पिच को लेकर तो कोई सवाल बनता ही नहीं है.''
मिस्बाह के अलावा शोएब मलिक ने कहा,
''जिस पिच पर 700 से ज्यादा रन बन सकते हैं, उसको लेकर तो कोई सवाल होना ही नहीं चाहिए. ये फेयर पिच थी. अगर कोई टीम टॉस हार जाए तो सेकेंड इनिंग में उनके लिए बैटिंग मुश्किल हो जाए और वो मैच हार जाए. इस चीज को खत्म करने के लिए पिच में थोड़े बदलाव किए गए. और ये फैसला काफी सही रहा. हमें इसकी तारीफ करनी चाहिए.''
ये भी पढ़ें: रोहित शर्मा की तारीफ में इंग्लैंड के दिग्गज ने जो कहा, लोग कहेंगे- ऐसा कप्तान पहले नहीं देखा!
क्या थी पूरी कॉन्ट्रोवर्सी?रिपोर्ट्स् के मुताबिक़ ये सेमीफ़ाइनल मैच पहले वानखेड़े स्टेडियम की पिच नंबर-7 पर खेला जाना था. हालांकि, मैच पिच नंबर-6 पर खेला गया. पिच नंबर-7 की बात करें तो वो फ्रेश थी, यानी उसपर अब तक इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं खेला गया था. ऐसे में उस पिच पर फास्ट बॉलर्स को मदद मिलने की उम्मीद थी. जबकि, पिच नंबर-6 पर इस टूर्नामेंट के पहले ही दो मैच खेले जा चुके थे. यानी ये पिच थोड़ी पुरानी हो चुकी थी. जिस वजह से ऐसा माना जा रहा था कि ये पिच स्पिनर्स के लिए मददगार साबित होगी.
इसके बाद ICC की तरफ से इसको लेकर सफाई पेश की गई. ESPNCricInfo की रिपोर्ट के मुताबिक़ ICC के एक प्रवक्ता ने कहा,
‘’इतने लंबे इवेंट्स के आखिर में पिच रोटेशन होते हैं, ये आम बात है. ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है. वेन्यू क्यूरेटर की सिफ़ारिश और होस्ट से बातचीत कर ये फैसला लिया गया. ICC का अपना पिच कन्सल्टेंट होता है. उन्हें इस बारे में जानकारी दे दी गई थी. उनका मानना है कि जो पिच इस्तेमाल की जा रही है, उसपर भी अच्छा क्रिकेट खेला होगा.''
बताते चलें कि इंडियन टीम अब 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल मैच खेलने उतरेगी. अब उनके सामने ऑस्ट्रेलिया या साउथ अफ्रीका में कौन सी टीम होगी, इसका फैसला 16 नवंबर को हो जाएगा.
वीडियो: भारत बनाम न्यूजीलैंड सेमीफाइनल में टीम इंडिया के पिच विवाद पर ICC ने क्या बताया?