वाशिंगटन की 'सुंदर' बोलिंग के बीच फ़ैन्स ने स्टेडियम में प्रोटेस्ट क्यों कर दिया?
पुणे टेस्ट का पहला दिन इंडियन क्रिकेट टीम के लिए मजेदार रहा. वाशिंगटन सुंदर और रविचंद्रन अश्विन ने मिलकर न्यूज़ीलैंड को सस्ते में समेट दिया. लेकिन इस कमाल बोलिंग के बीच गुस्साए फ़ैन्स ने मैदान में बवाल भी मचा दिया.
पुणे का महाराष्ट्र क्रिकेट असोसिएशन स्टेडियम. भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच यहां टेस्ट मैच खेला जा रहा है. तीन मैच की सीरीज़ का पहला मैच हारने के बाद इंडियन टीम यहां पहुंची है. टर्निंग ट्रैक पर इंडिया टॉस हारी और पहले बोलिंग का फैसला किया. मैदान के अंदर का एक्शन शुरू होने के कुछ ही वक्त बाद फ़ैन्स ने प्रोटेस्ट करना शुरू कर दिया.
पुणे की गर्मी में इस मैच को देखने हजारों की संख्या में फ़ैन्स पहुंचे हुए थे. और मैच के दौरान इन्हें बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ा. इस स्टेडियम के अंदर की बदइंतजामी ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी. लंच ब्रेक के दौरान फ़ैन्स ने मैदान के अंदर भी इस चीज़ के लिए प्रोटेस्ट किया. वहां कुछ नारेबाजी भी हुई.
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MCA के इतिहास का ज़िक्र करते हुए सीनियर स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट विजय लोकपल्ली ने X पर लिखा,
‘महाराष्ट्र क्रिकेट असोसिएशन लंबे वक्त से खराब मेजबान रहा है. अब वक्त आ गया है कि BCCI पैसे देने वाले लोगों के प्रति संवेदनहीन इस असोसिएशन को ब्लैकलिस्ट कर दे. पीने का पानी जैसी बेसिक फ़ैसिलिटीज़ भी इस वेन्यू पर प्रिविलेज़ हैं. शर्मनाक.’
एक फ़ैन ने इस बारे में X पर लिखा,
'मौसम से बचने का कोई इंतजाम नहीं, बदबूदार टॉयलेट, पीने का पानी गायब, ओवरप्राइस्ड फिर भी गंदा खाना, लड़ाकू पुलिसवाले- इन सबके बावजूद लोग स्टेडियम्स जाते हैं, इस बात से खेल के प्रति उनके प्यार का पता चलता है. उन्हें प्रशासकों की ओर से बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिए.'
एक और फ़ैन ने पोस्ट किया,
'भारत-न्यूज़ीलैंड टेस्ट में चल क्या रहा है? कहा जा रहा है कि इस गर्मी में फ़ैन्स को पानी भी नहीं मिल रहा. बहुत शर्मनाक MCA पुणे. ये कोई छोटी ग़लती नहीं है, इसकी सजा मिलनी चाहिए. ये अपराध है. पीने का पानी ही नहीं.'
एक फ़ैन ने कटाक्ष करते हुए पोस्ट किया,
'पीने का पानी नहीं है तो टॉयलेट्स की जरूरत ही नहीं. BCCI ने सब साधारण ही रखा है.'
बताया जा रहा है कि फ़ैन्स के हंगामे के बाद MCA ने मैदान में पानी उपलब्ध करा दिया था. बात इस मैच की करें तो न्यूज़ीलैंड की पहली पारी 259 रन पर खत्म हुई. पहले मैच के हीरो रहे डेवन कॉन्वे और रचिन रविंद्र को छोड़, न्यूज़ीलैंड के बाक़ी बल्लेबाज रन बनाने में नाकाम रहे. कॉन्वे ने 76 और रविंद्र ने 65 रन की पारी खेली. जबकि मिचल सैंटनर ने कुछ अच्छे हाथ दिखाते हुए 33 रन बनाए.
सालों बाद भारतीय टेस्ट टीम में लौटे वाशिंगटन सुंदर ने पुणे के टर्निंग ट्रैक का पूरा फायदा उठाया. उन्होंने न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाजों को विकेट पर टिकने के ज्यादा मौके नहीं दिए. सुंदर ने अकेले ही न्यूज़ीलैंड के सात विकेट ले डाले. यह फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. बचे हुए तीन विकेट सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने नाम किए. पहले ही दिन बैटिंग का मौका मिलने के बाद, भारत की शुरुआत अच्छी नहीं हुई.
कप्तान रोहित शर्मा नौ गेंदों पर बिना खाता खोले वापस लौट गए. उन्हें टिम साउदी ने बोल्ड किया. रोहित इस टेस्ट सीरीज़ की अभी तक की हर पारी में बोल्ड हुए हैं. रोहित को साउदी ने इस सीरीज़ में अभी तक दो बार, जबकि एजाज़ पटेल ने एक बार बोल्ड किया है. दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने एक विकेट खोकर 16 रन बना लिए हैं.
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