कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले हेमवती नंदन बहुगुणा ने अपने आखिरी दिनों मेंकांग्रेस को मिटाने की कसम खाई थी. अपने बेटे विजय बहुगुणा को मैदान में उतारा था.विजय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी बने. भाजपा में शामिल हुए. हेमवती की बेटी रीताबहुगुणा भी 2016 में भाजपा में शामिल हो गईं. आखिर ऐसा क्या था कि यूपी की पहलीविधानसभा में शामिल हुए चाणक्य कांग्रेस को बर्बाद करने पर तुले थे? कांग्रेस से वोयूपी के मुख्यमंत्री भी रहे थे और केंद्र में भी मंत्री रहे थे. फिर इतनी नाराजगीक्यों?