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करिश्माई फुटबॉलर सुनील छेत्री ने भारतीय टीम के कोच की तारीफ में कही बड़ी बात!

सुनील छेत्री के मुताबिक स्टिमाक एक बेहतरीन मैनेजर हैं और उनके साथ खिलाड़ी काफी सहज रहते हैं.

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Stimac and chhetri
2019 से भारत के कोच हैं स्टिमाक (IndianFootball)
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रविराज भारद्वाज
17 जून 2022 (Updated: 24 जून 2022, 15:59 IST)
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भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री (Sunil chhetri) ने टीम के कोच इगोर स्टिमाक को लेकर बड़ी बात कही है. छेत्री ने इगोर स्टिमाक को सबसे बेहतरीन मैनेजर्स में से एक बताया है. छेत्री के मुताबिक उन्होंने अभी तक जितने भी कोच की देखरेख में गेम खेला है उनमें से स्टिमक सबसे बेहतरीन मैनेजर्स में से एक हैं.

54 साल के स्टिमेक के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने एशियाई कप के लिए क्वालीफाई किया. क्वालीफायर्स में भारत ने अपने तीनों मुकाबलों में जीत हासिल की. इसके साथ ही यह पहला मौका है जब भारतीय टीम ने लगातार दो बार इस टूर्नामेंट में अपनी जगह पक्की की है.

बेहतरीन मैनेजर हैं स्टिमाक

सुनील छेत्री के मुताबिक स्टिमाक एक बेहतरीन मैनेजर हैं और उनके साथ खिलाड़ी काफी सहज रहते हैं. छेत्री ने कहा,

‘मैंने जितने लोगों के मार्गदर्शन में खेला है उसमें स्टिमाक सबसे शानदार मैनेजर्स में से एक हैं. खिलाड़ी उनके साथ काफी सहज रहते हैं. उनसे आसानी से संपर्क किया जा सकता है और सभी के साथ उनका बर्ताव भी काफी अच्छा रहता है.'

युवा खिलाड़ियों को करते हैं मोटिवेट

भारतीय कप्तान के मुताबिक स्टिमाक के पास टॉप लेवल पर फुटबॉल खेलने का अनुभव है, इससे उन्हें खिलाड़ियों की मानसिकता समझने में आसानी होती है. छेत्री ने आगे कहा, 

‘उन्होंने टॉप लेवल पर फुटबॉल खेला है, इसलिए वो खिलाड़ियों की मानसिकता समझते हैं. वह ड्रेसिंग रूम’ के माहौल को जानते हैं और उन्हें पता है कि युवाओं को मोटिवेट कैसे करना है. इस मामले में वह काफी अच्छे हैं.’

टीम में सुधार की जरूरत

साथ ही छेत्री ने कहा कि एशियाई कप 2023 से पहले टीम में सुधार की काफी ज़रूरत है. छेत्री ने कहा, 

‘हमें काफी सुधार करना है. बहुत सारे मैच खेलने होंगे, लंबे शिविर में रहना होगा. हम जिन टीम्स के खिलाफ खेलेंगे उनके खिलाफ पूरी योजना बनानी होगी. अब हम कोरिया, जापान, यूएई, कतर जैसी टीमों का सामना करने जा रहे हैं, जो आसान नहीं होने वाला. हम जितना तैयार रहेंगे वह हमारे लिए बेहतर होने वाला है.'

अपनी डिफेंसिव अप्रोच के कारण लगातार निशाने पर रहने वाले स्टिमाक के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने अपने तीनों मुकाबलों में अच्छा खेल दिखाया. आखिरी मुकाबले में टीम ने हॉन्ग-कॉन्ग को 4-0 से करारी शिकस्त दी थी. स्टिमक को क्रोएशिया की तरफ से 1998 में फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल मैच को खेलने का अनुभव है. स्टिमाक साल 2019 में स्टिमैक स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन की जगह कोच बने थे.

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