'कोहली मॉर्डन ग्रेट लेकिन... ' शोएब अख्तर ने सचिन-कोहली की तुलना पर जो कहा, कई फैन्स सहमत होंगे!
दिग्गज पाकिस्तानी बॉलर Shoaib Akhtar ने Virat Kohli को मार्डन ग्रेट बताया है. लेकिन Sachin Tendulkar से तुलना पर बड़ी बात कही है.
विराट कोहली (Virat Kohli). कमाल के क्रिकेटर. पहले विराट की तुलना केन विलियमसन, जो रूट और स्टीव स्मिथ जैसे प्लेयर्स से होती थी. लेकिन, अब फैन्स और कई एक्सपर्ट अक्सर विराट की तुलना मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) से करते हैं. अब इसी को लेकर दिग्गज पाकिस्तानी बॉलर शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने अपनी राय रखी है.
शोएब के मुताबिक विराट अगर उनके जमाने में खेलते तो ज्यादा दिक्कतों का सामना करते. शोएब ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा,
“विराट अगर हमारे जमाने में खेल रहे होते तो भी उन्होंने उतना ही रन बनाया होता, जितना वो आज स्कोर कर रहे हैं. हमें भी उतनी ही पिटाई पड़ती, जितनी कि आज के गेंदबाजों को पड़ती है. लेकिन कोहली को उस दौर में थोड़ी कठिनाई होती. क्योंकि वसीम भाई जैसे बॉलर्स को खेलना आसान काम नहीं था. विराट मॉर्डन एरा के बेस्ट बैटर हैं. लेकिन दोनों जमाने की तुलना नहीं की जा सकती है. ”
अख्तर ने आगे कहा,
“सचिन जब हमारे जमाने में खेलते थे, तब एक ही बॉल का इस्तेमाल होता था. इस दौरान कई महान बॉलर्स हुआ करते थे, जो बॉल को रिवर्स स्विंग कराते थे. अगर सचिन आज के जमाने में खेल रहे होते तो उन्होंने और भी ज्यादा रन बनाए होते. वो महानतम बैटर हैं. रिकी पॉन्टिंग और ब्रायन लारा जैसे प्लेयर भी महान खिलाड़ी रहे हैं.”
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नियम क्या था?दरअसल, अख्तर जिस नियम की बात कर रहें उसके मुताबिक पहले वनडे क्रिकेट में एक इनिंग में सिर्फ एक गेंद का इस्तेमाल किया जाता था. यानी पूरे 50 ओवर सिर्फ एक ही गेंद से खेले जाते थे. जिस वजह से 30-35 ओवर्स पुरानी होने के बाद गेंद रिवर्स स्विंग करने लगती थी. इसका फायदा वसीम अकरम और वकार यूनुस जैसे दिग्गज पेस बॉलर्स को काफी मिलता था. वे अपनी रिवर्स स्विंग से बल्लेबाज़ों को खासा परेशान करते थे.
लेकिन अक्टूबर 2011 में नियम में बदलाव किया गया. और नए नियम के मुताबिक दोनों बॉलिंग छोर से नई बॉल का इस्तेमाल किया जाने लगा. यानी हर इनिंग में दो नई गेंद. अब केवल गेंद 25-25 ओवर ही पुरानी होती है. इसके बाद बदल जाती है. जिस वजह से पेसर्स को रिवर्स स्विंग कराने का मौका ही नहीं मिल पाता है. और बल्लेबाजी पहले की अपेक्षा थोड़ी आसान हो जाती है.
विराट-सचिन के स्टैट्सविराट के करियर की बात करें तो उन्होंने सभी फॉर्मेट में मिलाकर कुल 522 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. जिसकी 580 पारियों में 54.11 की औसत से 26,733 रन बनाए हैं. इसमें 80 शतक और 139 अर्धशतक शामिल हैं. वो 50 वनडे शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं. जबकि, सचिन ने 664 इंटरनेशनल मैचेज में 48.52 की औसत से 34,357 रन बनाए हैं. इसमें 100 शतक और 164 अर्द्धशतक शामिल हैं.