किसी भी टीम में कप्तान अक्सर वही खिलाड़ी चुना जाता है. जो सबसे बेस्ट होता है.अपनी टीम का मैच विनर होता है. और कप्तानों के मामले में ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीमबहुत भाग्यशाली रही है. इस टीम को एलन बॉर्डर, स्टीव वॉ, रिकी पॉन्टिंग और माइकलक्लार्क जैसे बेहतर कप्तान मिले. जिन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को कई सीरीज औरबड़े टूर्नामेंट्स जिताए. इन दिग्गजों में शेन वॉर्न भी शामिल हो सकते थे. वॉर्न, जोशायद टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े मैच विनर थे. पॉन्टिंग और ग्लेन मैकग्रा सेभी बड़े. लेकिन वॉर्न को कभी ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला.हालांकि इस बार में वॉर्न क्लियर थे, उन्हें इस बात का कोई पछतावा नहीं था. आज तकसलाम क्रिकेट 2017 में जब शेन वॉर्न से ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी न कर पाने के बारेमें पूछा गया. तो उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा मैदान पर जाकर अपनी टीम के लिए बेस्टदेना चाहता था. अपना कैरेक्टर शो करना चाहता था. और लोगों को एंटरटेन करना चाहताथा. मैं एंटरटेनर हूं. और चाहता हूं कि लोग मुझे मेरे योगदान के लिए याद करे. मुझेकप्तानी न कर पाने का कोई मलाल नहीं है. जब भी मैंने कप्तानी की. खिलाड़ियों ने मेरीकप्तानी में एन्जॉय किया. हां अगर मैं ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करता तो अच्छा होता.लेकिन ऐसा नहीं हुआ.' बता दें कि शेन वॉर्न काफी शानदार कप्तान थे. उन्होंने अपनीकप्तानी में राजस्थान रॉयल्स को IPL 2008 का खिताब जिताया था. इसी बातचीत के दौरानऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने उस कप्तान के नाम का खुलासा भी किया, जिनकी कप्तानी मेंवॉर्न को सबसे ज्यादा मजा आया. वॉर्न ने कहा, 'एलन बॉर्डर और मार्क टेलर शानदारकप्तान थे, जिनके अंडर में मैं खेला. लेकिन मार्क टेलर सबसे बेस्ट कप्तान थे.बॉर्डर ने एहसास दिलाया कि कठोरता क्या होती है. मेरे ख्याल से स्टीव वॉ और रिकीपॉन्टिंग ने विरासत को अच्छी तरह से संभाला. बता दें कि वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया केलिए 145 टेस्ट में 25.4 की ऐवरेज से 708 विकेट झटके. वहीं 194 वनडे में उन्होंने25.7 की ऐवरेज से 293 विकेट हासिल किये. वॉर्न 1999 क्रिकेट विश्वकप फाइनल औरसेमी-फाइनल के हीरो थे. उन्होंने खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ चार विकेटलेकर टीम को विश्वकप जिताया था. दुख की बात ये है कि ऑस्ट्रेलिया का ये महानगेंदबाज अब इस दुनिया में नहीं हैं. 4 मार्च 2022 को शेन वॉर्न का निधन हो गया. वहमहज 52 साल के थे.