संजू सैमसन तुम डोमेस्टिक खेलकर खुश रहो, BCCI को तुम्हारी कोई चिंता नहीं!
आंकड़े.. वो क्या हैं?
टीम इंडिया. इन दिनों आराम कर रही है और आठ दिन की बहुत लम्बी छुट्टी के बाद 3 जनवरी से श्रीलंका (INDvsSL) के खिलाफ तीन मैच की T20I और इतने ही मैच की वनडे सीरीज़ खेलना शुरू कर देगी. इसके लिए BCCI ने टीम भी अनाउंस कर दी है. और ये टीम वनडे वर्ल्ड कप 2023 को फोकस में रखकर चुनी गई है.
तभी तो T20I स्कॉवड में भर-भर के युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है. और वनडे सीरीज़ में सभी सीनियर खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और ऑल-राउंडर रविंद्र जडेजा को छोड़कर. बेसिक बातों के बाद अब अपने मुद्दे पर आते है. क्या आपने नोटिस किया कि BCCI ने इस स्कॉवड को तैयार करने में फिर गलती कर दी है!
और हम इसी गलती की चर्चा करेंगे. इस चर्चा को शुरू करने से पहले आप एक नज़र स्कॉवड पर डाल लीजिए.
रोहित शर्मा (कप्तान), हार्दिक पंड्या ( उप-कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, युज़वेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक और अर्शदीप सिंह
तो ये है टीम इंडिया की स्कॉवड. आपको ये देखकर समझ आ गया होगा कि BCCI ने सभी बड़े खिलाड़ियों को टीम में शामिल कर लिया है. और इसमें ईशान किशन को बांग्लादेश के खिलाफ दोहरा शतक जड़ने का भी फल मिला है. लेकिन कई बड़े नाम टीम से गायब हैं, जो हाल फिलहाल में सीनियर्स की गैर-मौजूदगी में वनडे टीम के लिए लगातार खेले हैं.
शिखर धवन और संजू सैमसन. ईशान किशन को शिखर के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जा रहा है. उन्होंने हाल में अच्छा परफॉर्म किया है. ईशान को इसका इनाम मिला हैं, जस्टिफाइड है. लेकिन संजू सैमसन का इस टीम में शामिल ना होना कौन जस्टिफाई करेगा. और यहां ऐसा भी नहीं है कि उन्होंने खुद को मिले मौकों पर परफॉर्म ना किया हो.
संजू की जगह बन सकती हैअब इस बात पर कोई पत्रकार टीम मैनेजमेंट या कप्तान से सवाल कर ले, तो जवाब आएगा कि कुछ सोचकर टीम बनाई गई है. बैलेंस के हिसाब से टीम बनाई गई है. और भी कई सारी दलीलें. लेकिन इन सभी दलीलों के बीच आप भी जानते हैं कि संजू सैमसन की जगह इस टीम में बन सकती है. विकेटकीपर-बैटर के तौर पर.
कैसे? हम आपको बताते है कि टीम इंडिया के पास क्या क्या एवलेबल ऑप्शन हैं. और संजू कैसे प्लेइंग इलेवन में एंट्री मार सकते हैं. टीम इंडिया के पास ईशान किशन, ऋषभ पंत, केएल राहुल और संजू सैमसन ऑप्शन में हैं. शिखर नहीं हैं, तो साफ है ईशान किशन, रोहित शर्मा के साथ ओपन करेंगे.
अब बचे तीन खिलाड़ी. पंत, राहुल और संजू. मॉर्केट में शोर है कि पंत NCA जाएंगे, तो अभी के लिए इस लिस्ट में से उनको भी हटा दीजिए. अब बचे दो खिलाड़ी. राहुल और संजू. ये भी साफ है कि वनडे फॉर्मेट में इंडियन मैनेजमेंट राहुल को नंबर पांच या छह पर ही खिलाना चाहता है.
लेकिन हाल के मैच में उन्होंने परफॉर्म नहीं किया है. तो क्या ऐसे में संजू को इस जगह पर नहीं होना चाहिए था. और ऐसे मत समझिए, ये बात हम बस हाल की फॉर्म को देखकर कह रहे हैं, जैसे कि खिलाड़ी चुनने के समय BCCI नहीं करती. क्योंकि वो तो एक्सपीरियंस के साथ जाते हैं ना.
आंकड़े बोलते हैंखैर, हम आपको बता रहे थे कि जब-जब संजू ने इन पोजिशन पर बल्लेबाजी की है, उन्होंने भी कम रन नहीं बनाए हैं. पहले नंबर पांच की पोजिशन के आंकड़े बताते हैं. राहुल ने इस पोजिशन पर 13 मैच में एक शतक के साथ 49.82 की एवरेज और 108.30 की स्ट्राइक रेट से 548 रन बनाए हैं. शानदार है.
वही, संजू ने इस पोजिशन पर कुल पांच मुकाबले खेले हैं. एक पचासे के साथ उन्होंने 52 की एवरेज और 89.66 की स्ट्राइक रेट से 104 रन बनाए हैं. अब यहां मज़े की बात ये है कि जब टीम इंडिया का बैटिंग ऑर्डर सेट होगा, तब मुश्किल ही राहुल नंबर पांच की पोजिशन पर खेलेंगे.
क्योंकि टीम इंडिया के लिए रोहित शर्मा, ईशान किशन ओपन करेंगे. नंबर तीन पर विराट का फिक्स्ड हैं. नंबर चार पर हर हाल में सूर्यकुमार यादव रहेंगे. नंबर पांच पर आप लगातार रन बना रहे श्रेयस अय्यर को लेकर आएंगे. और फिर आएगी नंबर छह की पोजिशन. तो चलिए, हम नंबर छह की पोजिशन के आंकड़े भी देख लेते हैं.
नंबर छह पर राहुल ने कुल एक मैच खेला है. और उसमें बनाए थे 11 रन. दूसरी तरफ, संजू ने इस पोजिशन पर चार मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने 90 की एवरेज से 180 रन बनाए हैं. इसमें उनकी स्ट्राइक रेट भी 117.65 की रही है. अब आप खुद तय कीजिए कि असल में जगह किसकी बनती है.
और थोड़ा सा वो कहते हैं ना फॉर्म उसका भी ज़िक्र कर लेते है. बीती 10 इंटरनेशनल पारियों में राहुल ने जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के खिलाफ मिलाकर तीन अर्धशतकीय पारी खेली हैं. और संजू ने इंटरनेशनल, डॉमेस्टिक मिलाकर पांच पचासे लगाए हैं.
लेकिन इन सब से फर्क ही क्या पड़ता है. BCCI तो बहुत पहले से टीम चुनते समय हालिया फॉर्म और आंकड़ों को किनारे रख देती है. ऐसे में संजू को खुश हो जाना चाहिए कि कम से कम उनको T20I सीरीज़ में तो रखा. बाकी आप डॉमेस्टिक लेवल पर गेम पलटते रहिए. भारतीय टीम को मुश्किल ही टक्कर देने वाली टीम्स के खिलाफ आपको स्कॉवड में रख ही लिया जाएगा.
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