पाकिस्तान क्रिकेट टीम के इस राज ने उन्हें डुबोया!
हमें तो बाहर का रास्ता दिखा दिया!
'इन्होंने 30 और उससे ऊपर की उम्र वाले प्लेयर्स की हिम्मत को तोड़ना शुरू किया. ऐसा एटीट्यूड दिखाया कि बंदा खुद ही चला जाए. अपनी इज्ज़त बचाए और साइड में हो जाए. मुझे पहले से ही इनकी बातों से इस बात का एहसास होने लगा था. इसलिए मैंने पहले साल के बाद ही फैसला कर लिया था.
मैंने नौ मैच में 900 रन किए थे. मैंने कामरान अकमल को भी बोला था कि आप भी बस करो. उन्हें आइडिया नहीं था, पर फिर उन्होंने जो किया उनके साथ. वो बहुत गलत था. उनके जैसा प्लेयर डिज़र्व नहीं करता था. कम्युनिकेशन का आर्ट ही नहीं है इनके पास.
सारे पाकिस्तान का टैलेंट सामने है, वो फिर भी बेस्ट 11 नहीं चुन पा रहे. जो मिडिल ऑर्डर उन लोगों ने वर्ल्ड कप में बनाया, वो लोग 2.5 साल से उनको डिफेंड कर रहे हैं. बड़ा स्कोर नहीं करना है, 25 स्कोर करने हैं बस. उन्होंने तो मिलके भी 25 नहीं किया है प्रेशर मैच में. अपनी टीम बनती नहीं है उनसे, निचली टीम बनाने चले हैं’
ये सारी बातें सलमान बट ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए कही हैं. वही, पाकिस्तानी क्रिकेट टीम जो फिलहाल बढ़िया फॉर्म में है. T20 वर्ल्ड कप 2021 में ये टीम सेमीफाइनल तक पहुंची, 2022 वर्ल्डकप में तो फाइनल तक का सफर तय किया. कुछ मैच छोड़ दें, तो बाकी मुकाबलों में अच्छा किया.
अब आप हमसे इस बात पर खूब बहस कर सकते हैं, कह सकते हैं कि पाकिस्तानी टीम को मुकाबले शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और हारिस रऊफ़ यानी कि उनके गेंदबाज ही जिताते हैं. ये बात कहीं ना कहीं सच भी है. T20 वर्ल्ड कप में शुरुआती मुकाबलों के बाद जब शाहीन अफरीदी वापस रंग में दिखे, तब जाकर पाकिस्तानी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया और फाइनल तक का सफर तय किया.
खैर, इन सब के बीच इस टीम की कमजोरी नज़र आई, मिडिल ऑर्डर .. जिस पर शायद किसी ने इतनी बात नहीं की. मोटा-माटी सारी बातें बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान पर जो रुक जाती थी और अब इसी पर फोकस वापस सलमान बट ने डाला है. सलमान बट ने मैनेजमेंट पर आरोपों के साथ कुछ ज़रूरी बातें बोली हैं. और आज हम सिली पॉइंट में इसी पर चर्चा करेंगे.
सलमान बट ने कहा कि मैनेजमेंट ने 30 से ऊपर वाले खिलाड़ियों की हिम्मत तोड़ी. और इस बीच कुछ खिलाड़ियों को मिडिल ऑर्डर में लगातार खिलाया गया. परफॉर्म ना करने के बावजूद. अब ये तो यहां कॉमन सेंस वाली बात है कि इसमें कुछ 30 से ऊपर के भी खिलाड़ी हैं, जिनको शायद मैनेजमेंट की तरफ से खूब सपोर्ट मिल रहा है.
और इन्हीं के चक्कर में जो काबिल हैं, उनको पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट बाहर का रास्ता दिखा रहा है. इसका एक ताजा उदाहरण आप शोएब मलिक के रुप में देख सकते हैं. शोएब ने 2021 वाले वर्ल्ड कप में छह मैच में 181.81 के स्ट्राइक रेट और 50 की एवरेज से बल्लेबाजी की थी. इसके बाद से शोएब ने बांग्लादेश के खिलाफ दो T20 मुकाबले और खेले. और इसके बाद उनको बैठा दिया गया.
टीम से ऐसे बाहर होने और T20 वर्ल्ड कप की टीम में शामिल ना होने पर शोएब ने पाकिस्तानी चैनल समा टीवी से कहा भी था,
‘मेरा काम क्रिकेट खेलना है, जब भी मुझे मौका मिले. मुझे पिक करने का फैसला टीम मैनेजमेंट का है. जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं उसमें अच्छा करने की कोशिश करुंगा. मुझे किसी से कोई प्रॉबलम नहीं है. मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं. क्योंकि करियर में सफलता पॉजिटिव रहने से ही मिली है.’
शोएब का बयान सुनकर आप कह सकते हैं कि जिन बल्लेबाजों के साथ पाकिस्तान गया, उन्होंने कौन सा बुरा खेला? तो आपको उनके आंकड़े बताते हैं. इफ्तिखार ने एशिया कप की पांच पारियों में कुल 105 रन बनाए. 26.25 की एवरेज और 100.96 की स्ट्राइक रेट से. और यही हाल वर्ल्ड कप में रहा.
वर्ल्ड कप में इफ्तिखार ने सात पारियों में कुल 114 रन बनाए. 22.80 की एवरेज और 122.58 के स्ट्राइक रेट से. अब पाकिस्तान के सेलेक्शन का अंदाजा और सलमान बट के बयान की सच्चाई का अंदाजा आप खुद लगा सकते है.
इसके साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट में ये कहानी सिर्फ सलमान बट और शोएब मलिक की नहीं है. इससे पहले भी ऐसे कई क़िस्से निकले हैं. कई खिलाड़ियों को साइडलाइन किया गया है. यूनुस खान और मोहम्मद आमिर इसके उदाहरण हैं.
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